Edited By Updated: 05 May, 2017 10:45 AM
दलित महिलाओं पर हुए अत्याचार के खिलाफ स्त्री जागृति मंच के नेतृत्व में सैंकड़ों महिलाएं इंसाफ की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आईं। उन्होंने डी.सी. कार्यालय का घेराव किया व इससे पहले एकत्र हुई महिलाओं ने शहर में रोष मार्च भी निकाला।
संगरूर (बेदी, विवेक सिंधवानी, गोयल, रूपक): दलित महिलाओं पर हुए अत्याचार के खिलाफ स्त्री जागृति मंच के नेतृत्व में सैंकड़ों महिलाएं इंसाफ की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आईं। उन्होंने डी.सी. कार्यालय का घेराव किया व इससे पहले एकत्र हुई महिलाओं ने शहर में रोष मार्च भी निकाला। प्रैस के नाम बयान जारी करते स्त्री जागृति मंच की उपाध्यक्ष चरणजीत कौर व राज्य नेता हरप्रीत कौर ने कहा कि पीड़ित महिलाओं की एफ.आई.आर. दर्ज करने की बजाए महिलाओं पर 307 जैसी संगीन धाराएं लगाकर पर्चे दर्ज किए गए हैं। नेताओं ने मांग की कि महिलाओं पर दर्ज झूठे पर्चे रद्द करके जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए,पीड़ित महिलाओं की एफ.आई. आर. दर्ज की जाए। इसके अलावा नेताओं ने मांग की कि महिलाओं के साथ पुरुष पुलिस अधिकारियों द्वारा किए दुव्र्यवहार की यदि कोई पुलिस अफसर एफ.आई.आर. दर्ज नहीं करता तो ऐसा कानून बनाया जाए जिसके तहत उस पर कार्रवाई की जा सके। इस मौके पर स्त्री जागृति मंच के नेता अमन दियोल, प्रदीप सहित महिलाएं हाजिर थीं।
गर्मी में धरने पर बैठी बुजुर्ग महिलाएं
इस धरने में काफी संख्या में बुजुर्ग महिलाएं भी पहुंची हुई थी जिनको गर्मी के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बुजुर्ग महिलाओं को धरने के दौरान बार-बार पानी पीते भी देखा गया परंतु फिर भी बुजुर्ग महिलाएं धरने में पूरे जोश से नारेबाजी कर रही थी।
राहगीरों के लिए मुसीबत बना धरना
धरने के कारण डी.सी. काम्प्लैक्स रोड पूरा जाम होने के कारण राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। धरनाकारियों ने किसी भी गाड़ी, मोटरसाइकिल को निकलने न दिया जिस कारण नजदीकी दुकानदारों और घरों वालों के अलावा आम राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। धरने वाले स्थान से कुछ दूरी पर शहर का बस स्टैंड भी है जिस कारण बस स्टैंड व लाल बत्ती चौक में भी जाम लग गया और ट्रैफिक व्यवस्था में विघ्न पड़ा।