Edited By Sonia Goswami,Updated: 17 Apr, 2018 08:49 AM
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
जालंधर (गुलशन अरोड़ा): महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण आज सिटी रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला जब असिस्टैंट लोको पायलट अंकिता ने लोको पायलट अनिल कुमार के साथ जालंधर से होशियारपुर तक पैसेंजर ट्रेन दौड़ाई। उल्लेखनीय है कि फिरोजपुर रेल मंडल में जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर पहली बार 2 महिला असिस्टैंट लोको पायलटों की तैनाती की गई है।लोको फोरमैन केवल कृष्ण के अंडर काम कर रही इन लोको पायलटों की उम्र चाहे अभी छोटी ही है लेकिन इनमें काम करने का जज्बा काफी है।सोमवार सुबह सिटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 पर होशियारपुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन 54638 जैसे ही आकर खड़ी हुई तो लोको पायलट अनिल कुमार से पहले 24 वर्षीय असिस्टैंट लोको पायलट अंकिता माथा टेक कर इंजन पर चढ़ी।इसके बाद उसने इंजन के हर हिस्से को चैक किया। इतने में यैलो सिग्नल हो गया। सिग्नल होते ही उसने खिड़की से हरी झंडी लहरा कर ट्रेन चलने का इशारा दिया। ट्रेन रवाना होते समय प्लेटफार्म पर खड़े यात्री भी ए.एल.पी. अंकिता को देखकर काफी हैरान हो रहे थे। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि रेल विभाग द्वारा फिरोजपुर मंडल में पहली बार महिला असिस्टैंट लोको पायलटों को भेजा गया है।
6 भाई-बहनों में सबसे छोटी है अंकिता
मूल रूप से गोरखपुर जिले के गांव देवरिया की रहने वाली 24 वर्षीय असिस्टैंट लोको पायलट अंकिता 6 भाई-बहनों में से सबसे छोटी है। उसने बताया कि उसके पिता एक बिजनैसमैन हैं। परिवार का कोई भी सदस्य रेलवे में नौकरी नहीं करता। मैं अपने आपको काफी भाग्यशाली समझती हूं कि मुझे रेलवे में नौकरी मिली।
साधना भी 3 बहनों में सबसे छोटी
फैजाबाद की रहने वाली असिस्टैंट लोको पायलट साधना भी 24 साल की है। वह 3 बहनों में सबसे छोटी है। साधना ने बताया कि उनका एक छोटा भाई भी है। पिता रेलवे में टैक्नीशियन है जोकि लखनऊ मंडल में तैनात हैं। उसने कहा कि मैंने अपने पिता से प्रभावित होकर रेलवे में नौकरी करने का मन बनाया।
उदयपुर, गाजियाबाद और लुधियाना में ट्रेङ्क्षनग लेने के बाद जालंधर में हुई पोसिं्टग
असिस्टैंट लोको पायलट साधना और अंकिता ने बताया कि वे दोनों एक ही बैच की हैं। उदयपुर, गाजियाबाद और लुधियाना में ट्रेङ्क्षनग के बाद उनकी जालंधर में पोसिं्टग हुई है। उन्होंने बताया कि 27 दिन की उदयपुर में ट्रैफिक की ट्रेङ्क्षनग लेने के बाद 2 महीने गाजियाबाद में इलैक्ट्रिक इंजन और फिर लुधियाना में डीजल इंजन की ट्रेङ्क्षनग लेने के बाद अब उनकी जालंधर में पोसिं्टग हुई है।