Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Mar, 2018 09:13 AM
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल परिवार की ओर से चलाए जा रहे ट्रांसपोर्ट कारोबार को राज्य के सरकारी और निजी बस आप्रेटरों के लिए ‘शार्क मछली’ बताते हुए कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार को घेरा है।‘
चंडीगढ़ (ब्यूरो): आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल परिवार की ओर से चलाए जा रहे ट्रांसपोर्ट कारोबार को राज्य के सरकारी और निजी बस आप्रेटरों के लिए ‘शार्क मछली’ बताते हुए कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार को घेरा है।‘आप’ द्वारा जारी संयुक्त प्रैस बयान में पार्टी प्रधान व सांसद भगवंत मान, विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा, उप नेता सर्बजीत कौर माणूके और राज्य सह प्रधान व विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि ‘शार्क मछली’ का रूप धारण कर चुकी बादल परिवार की ट्रांसपोर्ट कंपनियों की ओर से अकाली-भाजपा सरकार के समय की गई मनमानियां समझ में आती हैं परंतु कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार दौरान भी बादल परिवार का ट्रांसपोर्ट कारोबार उसी ‘स्टाइल और स्पीड’ से कैसे बढ़ता जा रहा है? इसका जवाब न केवल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह बल्कि कांग्रेस के हर छोटे-बड़े नेता को लोगों की कचहरी में देना पड़ेगा क्योंकि राज्य में बस सेवा में किसी एक परिवार का एकाधिकार लोगों का आॢथक शोषण भी करता है।
‘आप’ नेताओं ने कहा कि कैप्टन सरकार दौरान एक बड़े कांग्रेसी नेता समेत अन्य छोटे-मोटे निजी ट्रांसपोर्टरों के बादल परिवार की कंपनियों की तरफ से बड़ी संख्या में बसों समेत रूट परमिट खरीदे जाने का रुझान निजी बस मालिकों, चालकों-कंडक्टरों, ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में अपना भविष्य तलाश रहे हजारों बेरोजगारों व आम लोगों को बेहद ङ्क्षचतित और निराश करने वाला है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह के बादल परिवार प्रति ऐसे मेहरबानी भरे रवैये के चलते वह दिन दूर नहीं जब बादल परिवार की यह ‘बेकाबू शार्क मछली’ एक दिन पंजाब रोडवेज और पी.आर.टी.सी. को भी निगल जाएगी। ‘आप’ नेताओं ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से इस मामले का तुरंत नोटिस लेने की मांग करते हुए जहां बस रूटों संबंधी अदालत के पिछले आदेशों को लागू करने के लिए कैप्टन सरकार पर कानूनी दबाव बढ़ाने की मांग की, वहीं बादल सरकार के अब तक जारी हुए नए बस परमिटों व रूट बढ़ाने के लिए नियम-कानून के समूचे उल्लंघन की जांच सी.बी.आई. से करवाने की मांग की।