Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 11:31 PM
एस.वाई.एल. मुद्दे पर बयानबाजी का दौर फिर तेज हो रहा है। आज पंजाब कांग्रेस ने बयान जारी कर पूर्व ....
चंडीगढ़(भुल्लर): एस.वाई.एल. मुद्दे पर बयानबाजी का दौर फिर तेज हो रहा है। आज पंजाब कांग्रेस ने बयान जारी कर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से सवाल किया है कि एस.वाई.एल. नहर के लिए जमीन एक्वायर करने के समय एमरजैंसी सैक्शन 4, 17 लगाकर जमीन क्यों छीनी गई थी? साधारण हालातों में धारा-4 सैक्शन 6 लगा कर जमीन एक्वायर की जाती है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता गुरप्रताप सिंह मान ने कहा कि सुखबीर बादल अब यह बात कह रहे हैं कि अमरेंद्र को हरियाणा के साथ किसी तरह की सौदेबाजी नहीं करने देंगे, वह बताएं कि 1978 में अकाली दल सरकार बनते ही पहला काम एस.वाई.एल. के लिए जमीन एक्वायर करने का क्यों किया गया? यह किस सौदेबाजी के तहत किया गया था? क्योंकि चौधरी देवी लाल एवं प्रकाश सिंह बादल की नजदीकियां सब को पता है, इसलिए उस समय बादल ने इस बात का विरोध क्यों नहीं किया, जबकि कांग्रेसी सरकार ने एस.वाई.एल. के लिए जमीन एक्वायर नहीं की थी लेकिन अकाली सरकार ने सत्ता में आते ही दोस्ती निभाते हुए पहला काम यह किया। उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल आज नौजवान पीढ़ी को यह बताएं कि किस कारण उन्होंने एमरजैंसी धारा लगाकर जमीन एक्वायर की थी। एस.वाई.एल. नहर का निर्माण, इसके बाद बरनाला सरकार ने करवाया था। मान ने उदाहरण देते हुए कहा कि एक घर बनाने के लिए सबसे आवश्यक प्लाट होता है। प्लाट के बिना हम घर नहीं बना सकते।
उन्होंने कहा कि ठीक इसी तरह एस.वाई.एल. बनाने के लिए प्लाट बादल ने खुद खरीद कर दिया था एवं बरनाला सरकार ने एस.वाई.एल. का निर्माण करवाया। फिर बादल कांग्रेस को दोष क्यों दे रहे हैं जबकि इस मामले की शुरूआत उन्होंने अपनी सरकार बनते ही की थी। इस बारे में चौधरी देवी लाल ने बादल सरकार का विशेष तौर पर धन्यवाद किया था। इससे संबंधित भाषण की कापी विधानसभा रिकार्ड रूम में मौजूद है। उन्होंने कहा कि अकाली दल को कांग्रेस पर इलजाम लगाने एवं कैप्टन अमरेंद्र सिंह को सलाह देने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए क्योंकि अगर उस समय बादल द्वारा अपने निजी फायदों के लिए एमरजैंसी धारा लगाकर जमीन एक्वायर न की गई होती तो यह नहर न बनती और न ही आज यह विवाद होना था।