Edited By Vaneet,Updated: 08 May, 2018 07:43 PM
जिस लड़की को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवीं परीक्षा में मात्र मैरिट में स्थान मिलने की आशा थी, उसने पूरे पंजाब में प्रथम स्था...
गुरदासपुर(विनोद): जिस लड़की को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवीं परीक्षा में मात्र मैरिट में स्थान मिलने की आशा थी, उसने पूरे पंजाब में प्रथम स्थान प्राप्त कर एक रिकार्ड कायम किया। श्रिया महाजन ने यह स्थान प्राप्त कर गुरदासपुर शहर का नाम रोशन किया है। श्रिया की सफलता पर सारा स्कूल खुशी मनाता नजर आया।
पंजाब में 10वीं कक्षा में 650 मे से 641 अंक लेकर प्रथम आने वाली गुरदासपुर की बाल विद्या मंदिर स्कूल की छात्रा श्रिया महाजन पुत्री नरेश महाजन का कहना है कि जिस ढंग से वह पढ़ाई करती थी और मर्जी से पढ़ाई के लिए समय देती थी उस हिसाब से तो उसने सोचा था की वह मैरिट में आएगी तथा पहले कुछ स्थान में उसका नाम होगा। परंतु आज जब पता चला कि वह पंजाब भर में प्रथम स्थान पर आई है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने बताया कि उसके पिता नरेश महाजन क्लाथ मर्चेट है तथा माता सुलेशा ग्रहणी है। उसकी बड़ी बहन भावना एम.एस.सी.बी.एड है तथा विवाहित है। जो बहुत ही उत्साहित करती थी। श्रिया के अनुसार वह अपनी मर्जी से पढ़ती थी तथा जब भी समय मिलता वह पढ़ाई की तरफ ध्यान देती थी। पढ़ाई का कोई निश्चित समय नहीं था। परंतु जब वह पढ़ाई करते घर में बैठती थी तो फिर केवल पढ़ाई की ही तरफ ध्यान देती थी।
लेक्चरर बनना चाहती है श्रिया
श्रिया महाजन आगे नान मैडीकल विषय को प्राथमिकता दे रही है तथा शिक्षा पूरी करने के बाद लेक्चरर बनकर शिक्षा क्षेत्र में उतरना चाहती है। उसके अनुसार वह शुरू से ही लैकचरार बनने की इच्छा रखती है। उसके अनुसार वह अपना लक्ष्य जरूर पूरा करेगी। अपनी सफलता के लिए वह अपने स्कूल की प्रिंसीपल रितू महाजन, समूह स्टाफ तथा परिवार को देती है। उसकी चैस तथा मार्शल आर्टस में काफी दिलचस्पी है। चैस में वह जिला स्तर पर तथा मार्शल आर्टस में पंजाब स्तर पर वह खेल चुकी है।
हर गतिविधि में पूरा हिस्सा लेती थी श्रिया: प्रिं. रितु
बाल विद्या मंदिर स्कूल की प्रिंसीपल रितू महाजन के अनुसार हमारा स्कूल छोटी तंग गली में है तथा स्कूल में आना-जाना तक कठिन है, पंरतु हम स्कूल में शिक्षा पर पूरा जोर देते है तथा हमारा लक्ष्य शुरू से ही नकल रहित शिक्षा रहा है। वर्ष 2014 में भी हमारे स्कूल का छात्र पंकुश पंजाब भर में दूसरे स्थान पर आया था तथा श्रिया ने हमारे स्कूल, शहर तथा अपने परिवार का नाम ऊंचा किया है। श्रिया बहुत ही साधारण परिवार की लड़की है तथा हर गतिविधि में पूरा हिस्सा लेती थी।