Edited By Vaneet,Updated: 04 Dec, 2018 08:58 PM
‘जागो ग्राहक जागो’ लहर उपभोक्ताओं पर असर डालने में विफल रही है जिसे देखते हुए सरकार अब इस लहर को नए सिरे से पुनर्जीवित करने की योजना में जुटी हुई है।...
जालंधर(धवन): ‘जागो ग्राहक जागो’ लहर उपभोक्ताओं पर असर डालने में विफल रही है जिसे देखते हुए सरकार अब इस लहर को नए सिरे से पुनर्जीवित करने की योजना में जुटी हुई है। केन्द्र की भाजपा सरकार जागो ग्राहक जागो लहर को इसलिए लेकर आई थी ताकि उपभोक्ता अपने अधिकारों को लेकर सचेत हैं परन्तु पिछले काफी समय से देखा गया है कि उपभोक्ताओं में ज्यादा जागृति नहीं आई है। इस अभियान में उपभोक्ताओं ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इस अभियान को जनता तक पहुंचाने के लिए केन्द्र सरकार ने कई चैनलों का सहारा भी लिया था परन्तु फिर भी यह एक जन लहर बनने में सफल नहीं हुई।
बताया जाता है कि सरकार अब इस अभियान के साथ किसी सैलिब्रिटी को जोडऩे पर विचार कर रही है। सैलिब्रिटी के जुडऩे से जनता का झुकाव जागो ग्राहक जागो लहर की तरफ होगा। यह भी पता चला है कि इस लहर को जनता के साथ जोड़े बिना जागो ग्राहक जागो का स्वप्र पूरा होने वाला नहीं है। सरकार अब सोशल मीडिया का भी सहारा लेने बारे विचार कर रही है। दूसरी ओर अधिकांश लोगों का यह भी मानना था कि ‘जागो ग्राहक जागो’ एक नीरस सा अभियान रहा तथा पिछले चार वर्षों में सरकार ने इसे आकर्षक बनाने की तरफ ध्यान ही नहीं दिया।
अब चूंकि अगले लोकसभा चुनाव निकट आ गए हैं, इसलिए केन्द्र में चुनावों के बाद बनने वाली नई सरकार ही इस तरफ गंभीरता से ध्यान दे पाएगी। उपभोक्ताओं को जागरूक करना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि उन्हें अपने अधिकारों के बारे में जानकारी ही नहीं है। बाजार से सामान खरीदने में आने वाली मुश्किलों को लेकर वह जागरूक नहीं है। अगर उन्हें सब स्टैंडर्ड सामान या एक्सपायरी सामान दिया जाता है तो भी ग्राहक इस तरफ ध्यान नहीं देते हैं। इसलिए इस अभियान को जन आंदोलन का रूप देने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है क्योंकि देहाती क्षेत्रों में तो इस अभियान का नाममात्र असर दिखाई दे रहा है।