Edited By Vaneet,Updated: 26 Jun, 2019 09:45 PM
सांसद गुरजीत सिंह औजला ने एक बार फिर अमृतसर निवासियों की आवाज बनकर संसद में अटारी-वाघा सीमा के कुलियों और व्यापारियों के मुद्दे को उठा कर ...
अमृतसर(कमल): सांसद गुरजीत सिंह औजला ने एक बार फिर अमृतसर निवासियों की आवाज बनकर संसद में अटारी-वाघा सीमा के कुलियों और व्यापारियों के मुद्दे को उठा कर इस अहम मसले पर केंद्र सरकार का ध्यान खींचा है।
दूसरी बार संसद की सीढिय़ां चढ़े गुरजीत सिंह औजला ने पार्लियामेंट में भारत-पाकिस्तान दरमियान अटारी-वाघा सीमा द्वारा होते व्यापार के बंद होने के मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाते कहा कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ होते व्यापार पर 200 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगा दी जिससे पड़ोसी देश के साथ होता व्यापार बिल्कुल बंद होने के किनारे पर पहुंच गया और अटारी जे.सी.पी. पर पुशतैनी काम करते करीब 5 हजार कुलियों के परिवार बेरोजगार हो गए जिस कारण उनके घर में चूल्हा नहीं जल रहा।
औजला ने कहा कि 16 फरवरी से पहले अटारी सरहद की सांझी चैक पोस्ट (जे.सी.पी.) अंदर करोड़ों रुपए के ड्राई फ्रूट, सीमेंट और 500 टन पत्थर डंप हो गया जिस पर केंद्र सरकार की तरफ से 200 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगाए जाने से व्यापारियों पर बहुत बड़ा वित्तीय बोझ पड़ गया। औजला ने केंद्र सरकार से मांग की कि अटारी-वाघा सांझी चैक पोस्ट में 16 फरवरी से पहले पहुंचे समान पर कस्टम ड्यूटी माफ करके करोड़ों रुपए का समान व्यापारियों के हवाले किया जो। उन्होंने कहा कि सीमा पर काम करते 5 हजार के करीब कुलियों के पुनर्वास के लिए भारत-पाकिस्तान व्यापार को फिर शुरू करने की केंद्र सरकार से मांग की।