Edited By Tania pathak,Updated: 02 Sep, 2020 12:35 PM
पुलिस की मदद के साथ ऐकशियन समाना की तरफ से कथित बिजली चोरों ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही न करने का भरोसा देकर गाँव वासियों के साथ समझौते उपरांत बंदी बनाए गए अधिकारियों और मुलाजिमों को मुक्त करवाया गया....
समाना (दर्द): पॉवरकॉम की तरफ से बिजली चोरी पकड़ने के लिए गांव में भेजी गई 2 टीमों को गांव वासियों की तरफ से किसान संगठनों की मदद के साथ बंदी बनाए जाने का मामला सामने आया है। इसके बाद प्रशासन और पुलिस की मदद के साथ ऐकशियन समाना की तरफ से कथित बिजली चोरों ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही न करने का भरोसा देकर गाँव वासियों के साथ समझौते उपरांत बंदी बनाए गए अधिकारियों और मुलाजिमों को मुक्त करवाया गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार पावरकॉम की तरफ से बिजली चोरी खिलाफ चलाई गई मुहिम के अंतर्गत नाभा, राजपुरा, सनौर मंडल अधिकारी अपनी, टीमों के साथ मंगलवार सुबह 3 बजे पॉवरकॉम समाना के दफ़्तर में पहुँच गए। यहाँ से करीब 50 अधिकारी और मुलाज़ीम का एक पक्ष समाना पॉवरकॉम कर्मचारियों के साथ अलग-अलग टीमें बना कर बिजली चोरी के मामले पकड़ने के लिए अलग-अलग गाँवों की तरफ रवाना हो गए।
गाँव ढैंठल और शाहपुर में पहुंची टीम को उक्त गांव के लोगों की तरफ से घेर कर बंदी बना लिया गया। पास के गाँवों के किसान संगठनों के वर्करों की मदद के साथ गाँव वासियों ने सरकार ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। गाँव वासियों ने आरोप लगाया कि बिजली मीटर घरों से दूर लगे होने के बावजूद सुबह दिन चढ़ने से पहले दीवारों पार कर यह टीमें उनके घरों में दाख़िल हो गई। किसान संगठनों के वर्करों ने पावरकाम कर्मियों ख़िलाफ़ कार्यवाही करने की माँग को ले कर संबंधी पुलिस चौंकी पर धरना भी लगाया।
इस के बाद घटना वाली जगह पर पहुंचे ऐकशियन ए. ऐैस्स. गिल, सदर पुलिस प्रमुख इंस्पेक्टर रणबीर सिंह और तहसीलदार डा. सन्दीप सिंह की तरफ से लोगों को समझा कर मामले को शांत किया और काबू किये गए कथित बिजली चोरों के मामलों में कोई कार्यवाही न करने का भरोसा देकर बंदी बनाए गए कर्मचारियों को मुक्त करवाया।