Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Nov, 2017 10:43 AM
आर.टी.ए. दफ्तर में लगातार दूसरे दिन विजीलैंस विभाग के नाम का आतंक बरकरार रहा। बुधवार को भी आर.टी.ए. दफ्तर में छुट्टी जैसा माहौल देखने को मिला। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि शनिवार या रविवार को गलती से दफ्तर खोला गया है। आम दिनों में जहां सुबह से लेकर शाम...
जालंधर (अमित): आर.टी.ए. दफ्तर में लगातार दूसरे दिन विजीलैंस विभाग के नाम का आतंक बरकरार रहा। बुधवार को भी आर.टी.ए. दफ्तर में छुट्टी जैसा माहौल देखने को मिला। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि शनिवार या रविवार को गलती से दफ्तर खोला गया है। आम दिनों में जहां सुबह से लेकर शाम तक यहां काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ निजी कारिंदों की फौज काम करते देखी जा सकती थी। इतना ही नहीं बड़ी गिनती में एजैंट भी अपने-अपने काम करवाने के लिए यहां आते थे मगर विजीलैंस के संभावित छापे ने दफ्तर को बिल्कुल वीरान सा कर दिया था।
गौर हो कि हाल ही में विभाग के आला अधिकारियों द्वारा कुछ अफसरों के नाम पर हो रही अवैध वसूली को लेकर भी कड़ा संज्ञान लिया गया था जिसमें यह बात सामने आई थी कि रिश्वत लेने वाले और रिश्वत देने वाले दोनों ही विभाग के टार्गेट पर हैं। किसी भी समय इनकी धरपकड़ हो सकती है जिसके उपरांत पिछले कुछ दिनों से आर.टी.ए. दफ्तर (पूर्व डी.टी.ओ. कार्यालय) में काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों और उनके पास काम करने वाले निजी कारिंदों को लेकर विजीलैंस विभाग ने काफी सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है। इसकी सूचना परिवहन विभाग के पास भी पहुंच चुकी है। पिछले दो दिनों से एक भी कारिंदा सारा दिन आर.टी.ए. कार्यालय में नजर ही नहीं आ रहा है।
कुछ निजी कारिंदे सुबह से लेकर शाम तक डी.ए.सी. में अलग-अलग जगह बैठे अवश्य देखे गए मगर किसी ने भी दफ्तर के अंदर जाना मुनासिब नहीं समझा। मंगलवार की तरह ही बुधवार को भी कुछ कारिंदे सुबह 9 बजे से पहले दफ्तर आकर अपना काम कर्मचारियों को सौंपकर वापस लौट गए। इसी तरह से देर शाम कुछ कारिंदे मुकम्मल हुए काम को लेने दफ्तर पहुंचे और चुपचाप दस्तावेज लेकर वापस लौट गए।