Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Apr, 2018 11:47 AM
आग उगलती इस गर्मी के मौसम में अगर आप अपनी गाड़ी खुली धूप में पार्क कर रहे हैं तो आपकी यह नादानी आपको व आपके मासूम बच्चों को कैंसर व दमे जैसी भयानक बीमारियों की चपेट में ला सकती है। गर्मियों में खुली धूप में गाड़ी पार्क करने से इसमें हीट जमा हो जाती...
लुधियाना (खुराना): आग उगलती इस गर्मी के मौसम में अगर आप अपनी गाड़ी खुली धूप में पार्क कर रहे हैं तो आपकी यह नादानी आपको व आपके मासूम बच्चों को कैंसर व दमे जैसी भयानक बीमारियों की चपेट में ला सकती है। गर्मियों में खुली धूप में गाड़ी पार्क करने से इसमें हीट जमा हो जाती है। ऐसे में जब कोई गाड़ी में बैठता है तो बहुत हीट महसूस होती है, जोकि अजीब सी बदबू गाड़ी में फैला देती है। इस स्थिति में जैसे ही गाड़ी का ए.सी. ऑन किया जाता है तो गर्मी के दौरान गाड़ी में एकत्रित हुई हीट सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर जाती है, जोकि कैंसर व सांस की तकलीफ व दमा जैसी घातक बीमारियों को जन्म देती है।
ये होता है नुक्सान
अब अगर बात की जाए तेज धूप में पार्क करने से गाड़ी को होने वाले नुक्सान की तो धूप के कारण गाड़ी का बाहरी हिस्सा व अंदरूनी हिस्सा तेजी से प्रभावित होता है, जिस कारण जहां गाड़ी का नैचुरल पेंट बेजान होने लगता है, वहीं बैटरी, क्यूलैंट व अन्य पाट्र्स की कैपेसिटी भी गड़बड़ा जाती है। डैश बॉक्स, प्लास्टिक मैटीरियल बॉडी, स्टेयरिंग व लैदर कवर के साथ गाड़ी में तेजी से पैदा होने वाली गैस के भारी दबाव के कारण खिड़की के शीशे तक टूट सकते हैं। माहिरों की मानें तो गाड़ी पूरी तरह से बंद होने के कारण गैस गाड़ी में चारों ओर फैल जाती है, जोकि एल.पी.जी. गैस अथवा सोडा की बोतल समान घातक सिद्ध हो सकती है।
क्या है यह हीट
असल में चिलचिलाती धूप के कारण गाड़ी में पैदा होने वाली यह हीट इंसान के लिए सबसे खतरनाक मानी जाती बेंजामिन गैस है, जोकि तेज धूप के कारण गाड़ी के डैश बॉक्स व प्लास्टिक मैटीरियल होने के कारण पैदा होती है, जोकि हमें कई प्रकार की घातक बीमारियों के घेरे में लपेट लेती है। खास तौर पर उम्रदराज बुजुर्गों व छोटे ब"ाों पर बेंजामिन गैस तेजी से हमला करती है क्योंकि उम्र के इस पड़ाव में उनका शरीर ऐसी खतरनाक बीमारियों से लडऩे में सक्षम नहीं होता।
ये बरतें सावधानियां
-गाड़ी को छांव में पार्क करें।
इससे गाड़ी का भीतरी व बाहरी तापमान संतुलित रहेगा।
-गाड़ी के शीशे पूरी तरह से बंद न करें।
-घर या ऑफिस के बाहर धूप में
लंबा समय गाड़ी पार्क करने पर तिरपाल से ढकें।
-गाड़ी के शीशे को सनरोड स्टिक अथवा जाली से कवर करें।
-स्टेयरिंग व लैदर सीट कवर
को कपड़े अथवा हाथ पोंछने वाले तौलिए से कवर करें।
-गाड़ी में वापस बैठते समय जमा हुई गैस को बाहर निकलने के लिए दरवाजे पूरी तरह से खोल दें और थोड़ी देर के लिए ए.सी. व फैन ऑन करें।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
इस मुद्दे पर बात करते हुए सैंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब के चांसलर डा. सरदार सिंह जौहल ने कहा कि आज अपनी गाड़ी को पेड़ की छांव तले पार्क करने के लिए हर व्यक्ति प्रयास करता है लेकिन दुख की बात है कि इस छाया हेतु पौधा लगाने की जहमत नहीं उठाता। जौहल ने कहा कि यह बात सच है कि गाड़ी में तेज धूप से पैदा होने वाली बेंजामिन गैस इंसान के लिए बड़ी खतरनाक है, जिससे कैंसर, सांस की तकलीफ व दमा जैसी अनेकों जानलेवा बीमारियां पैदा हो सकती हैं। इसके लिए एहतियात बरतने की जरूरत है।