Edited By Suraj Thakur,Updated: 24 Apr, 2020 08:16 PM
सड़कों, मुहल्लों, बाजारों, स्कूलों, सार्वजनिक शौचालयों, पार्कों, बस स्टैंडों, रेलवे स्टेशनों, मंडियों और धार्मिक स्थानों पर सफाई अभियान नियमित रूप से चलाए जा रहे हैं।
चंडीगढ़। शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबीज़) ने कोविड-19 के प्रभावों से घिरे लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन व राशन के लिए घर-घर जाकर आपूर्ति की व्यवस्था करने के लिए प्रबंधक और सहायक की नई भूमिकाएं अपनाई है। अब तक शहरी स्थानीय निकायों ने लगभग 21 लाख लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की है, जबकि लगभग 15 लाख लोगों को राशन वितरित किया है। शहरी स्थानीय निकाय गौशालाओं में मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था भी कर रहे हैं। इसके लिए यूएलबीज़ को म्युंसिपल फंड में से खर्च करने के लिए अधिकृत किया गया है।
इसका खुलासा स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने यहां जारी एक बयान में किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ इस युद्ध में विभाग अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि अपने नियमित कार्य करने के अलावा, ग्राउंड जीरो पर तैनात विभाग का कार्यबल इस संकट की स्थिति में राज्य के नागरिकों की मदद करने के लिए व्यापक गतिविधियों में व्यस्त है। उन्होंने विभाग की गतिविधियों के बारे में बताते हुए कहा कि सभी सार्वजनिक स्थानों जैसे कि सड़कों, मुहल्लों, बाजारों, स्कूलों, सार्वजनिक शौचालयों, पार्कों, बस स्टैंडों, रेलवे स्टेशनों, मंडियों और धार्मिक स्थानों पर सफाई अभियान नियमित रूप से चलाए जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि सभी यूएलबी क्षेत्रों में घर-घर जाकर कूड़ा-कर्कट और कचरा उठाने की बारंबारता में वृद्धि की गई है और राज्य के किसी भी कोने से कचरे का ढेर लगने की एक भी घटना सामने नहीं आई है।