Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Oct, 2017 06:42 PM
देश में बढ़ रही बेरोजगारी के कारण कई पढ़े लिखे बेरोजगार नौजवानों द्वारा भीख मांगने का रास्ता अपनाना एक चिंता का विषय बन चुका है। सरकारों द्वारा इन बेरोजगार पढ़े लिखे नौजवानों के लिए रोजगार का प्रबंध न किए जाने के कारण भीख मांगने वाले पढ़े लिखे...
गिदडबाहा(संध्या): देश में बढ़ रही बेरोजगारी के कारण कई पढ़े लिखे बेरोजगार नौजवानों द्वारा भीख मांगने का रास्ता अपनाना एक चिंता का विषय बन चुका है। सरकारों द्वारा इन बेरोजगार पढ़े लिखे नौजवानों के लिए रोजगार का प्रबंध न किए जाने के कारण भीख मांगने वाले पढ़े लिखे नौजवानों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है, जोकि देश के मात्थे पर सबसे बड़ा कलंक है। इन भीख मांगने वाले नौजवानों में कई 10वीं पास, कई 12वीं पास व कईयों के पास डिप्लोमे व डिगरियां भी है, परंतु फिर भी वह रोजगार न मिलने के कारण भीख मांगने को मजबूर है।
कई पढ़े लिखे भिखारी नौजवान सुमित, राजन व दीपक ने बताया कि वह पढ़े लिखे होने के बावजूद भीख मांगने के लिए इस कारण मजबूर है कि पढ़े लिखे होने के पश्चात भी उनको रोजगार नहीं मिला, जिस कारण उनको भीख मांगने का रास्ता अखत्यार करना पड़ा। उन्होंने कहा कि उनके कई खवाब थे, लेकिन नौकरी न मिलने के कारण उनको अपने खवाब भूलकर भीख मांगने को विवश होना पड़ा।
इस संबंध में जब जन कलियाण सेवा समिती के प्रधान रमेश शर्मा, श्री राम नाटक क्लब के संरक्षक अशोक चोपड़ा, सनातन धर्म पंजाब महावीर दल के कार्यकारी अध्यक्ष संदीप अरोड़ा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह इन पढ़े लिखे नौजवानों के लिए कोई न कोई रोजगार का प्रबंध करे ताकि उनको भीख मांगने का रास्ता न अपनाना पड़े और वह भी नौकरी करके घर का गुजारा अच्छे ढंग से चला सकें। उन्होंने कहा कि प्राइवेट कंपनियों को भी इन नौजवानों की ओर विशेष ध्यान देते हुए इनकी काबिलयत को देखते हुए इनके लिए नौकरियां मुहैया करवानी चाहिए व अच्छी वेतन देनी चाहिए ताकि देश के मात्थे पर पढ़े लिखे बेरोजगार नौजवानों द्वारा भीख मांगने का लग रहा कलंक हमेशा के लिए दूर किया जा सके।