Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Aug, 2017 04:45 PM
अंडरग्राऊंड वाटर लैवल कम होने की समस्या से कुछ निजात पाने के इरादे से पिछली सरकार द्वारा पिछले साल बनाई गई रिचार्ज वैल बनाने की
पटियाला (प्रतिभा): अंडरग्राऊंड वाटर लैवल कम होने की समस्या से कुछ निजात पाने के इरादे से पिछली सरकार द्वारा पिछले साल बनाई गई रिचार्ज वैल बनाने की स्कीम में पुडा ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। सरकार की पानी बचाने की इस स्कीम को 3 विभागों पुडा, नगर निगम और वाटर सप्लाई एंड सैनीटेशन विभाग ने लागू करना था। अब एक साल के दौरान जहां पुडा और वाटर सप्लाई एंड सैनीटेशन विभाग ने कुछ काम किए हैं पर नगर निगम ने इसमें एक भी काम नहीं किया है। यानी स्कीम को लेकर नगर निगम द्वारा कोई भी कदम नहीं उठाया गया। जबकि नगर निगम के एरिया में जहां भी उचित जगह मिलती है, वहां रिचार्ज वैल बनाए जाने थे।
सरकारी टैंकियों में पानी भरने में भी दिक्कत
पानी का लैवल काफी नीचे जाने की वजह से सरकारी टैंकियों में भी पानी चढ़ाने की दिक्कत शुरू हो गई थी। वाटर सप्लाई एंड सैनीटेशन की स्कीमों के तहत भी टैंकियों में पानी भरा जाता है। वहीं नगर निगम और पुडा ने भी अपने एरिया की टैंकियों में पानी भरना होता है ताकि लोगों के घरों में पानी की सप्लाई हो सके। लेकिन पानी का लैवल जमीन के नीचे काफी कम हो चुका है। ऐसे में सरकार की यह स्कीम थी कि रिचार्ज बोरवैल किए जाएं।
रिचार्ज वैल की रिपोर्ट भिजवाई जा चुकी है : ए.सी.ए.
ए.सी.ए. हरप्रीत सिंह सूदन ने कहा कि रिचार्ज वैल को लेकर रिपोर्ट सरकार को भिजवाई जा चुकी है। रिचार्ज वैल को लेकर जो भी डिवैल्पमैंट्स होती हैं, उनके बारे में समय-समय पर सरकार को बता दिया जाता है।
क्या होते हैं रिचार्ज वैल
रिचार्ज वैल या बोरवैल एक तरह से बहुत छोटे कुएं की तरह होता है। इसे लोगों के घरों से निकलने वाले पानी की लाइन के साथ जोड़कर सारा पानी इसमें डाला जाता है।
लोगों के घरों से कपड़े, बर्तन धोने, बारिश के पानी आदि को रिचार्ज वैल में ट्रीट करके सिर्फ साफ पानी को जमीन के नीचे छोड़ दिया जाता है। ताकि यह साफ पानी जमीन में समाता जाए और पानी का लैवल बढऩा शुरू हो जाए।