Edited By Pardeep,Updated: 09 Oct, 2018 01:38 AM
केंद्र सरकार द्वारा बीते हफ्ते जलियांवाला बाग ट्रस्ट के सदस्यों की नियुक्ति के संकेत दिए थे। इसी संदर्भ पर जलियांवाला बाग हत्याकांड की प्रस्तावित शताब्दी समारोह के लिए बड़े पैमाने की तैयारी से पहले केंद्र ने ट्रस्ट के तीन सदस्यों की नियुक्ति कर ...
अमृतसरः केंद्र सरकार द्वारा बीते हफ्ते जलियांवाला बाग ट्रस्ट के सदस्यों की नियुक्ति के संकेत दिए थे। इसी संदर्भ पर जलियांवाला बाग हत्याकांड की प्रस्तावित शताब्दी समारोह के लिए बड़े पैमाने की तैयारी से पहले केंद्र ने ट्रस्ट के तीन सदस्यों की नियुक्ति कर दी है। यह मैंबर सीधे प्रधानमंत्री को जवाबदेह होंगे।
पूर्व एमपी और अल्पसंख्यक अायोग के राष्ट्रीय कमीशन के उप -चेयरमैन तरलोचन सिंह, जो कि चुने गए ट्रस्टी में से एक हैं। उन्होंने एक पत्रकार एजेंसी को बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री प्रकाश सिंह बादल और पंजाब भाजपा अध्यक्ष श्वेत मलिक जलियांवाला बाग ट्रस्टी में शामिल हैं। जलियांवाला बाग की दुखद घटना 13 अप्रैल 1919 को घटी थी, जिस दिन ब्रिटिश आर्मी के कमांडर जनरल डायर ने हजारों निर्दोष लोगों पर गोली चलाने का अादेश दिया था। इस दौरान सैंकड़ों मासूम लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। ट्रस्टी के कार्यकाल का समय पांच साल का है।
ट्रस्टी के नाम संस्कृति मंत्रालय की तरफ से दिए गए थे और इन पर मोहर प्रधानमंत्री द्वारा लगाई गई है। 23 मई 2013 में कांग्रेस सरकार के दौरान राज्यसभा मैंबर अम्बिका सोनी, पूर्व एमपी वरिन्द्र कटारिया और पूर्व एमपी हरविंदर सिंह हंसपाल को ट्रस्टी बनाया गया था।