ट्रैवल एजेंटों ने फर्जीवाड़ा कर सैकड़ों छात्रों को भेजा विदेश, अब हो सकती है बड़ी कार्रवाई

Edited By Mohit,Updated: 10 Jan, 2021 10:37 PM

travel agents fraudulently sent students abroad now major action can be taken

पढ़ाई के तौर पर छात्रों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी के कई मामले तो सामने आते ही रहते है।

जालंधर (सुधीर): पढ़ाई के तौर पर छात्रों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी के कई मामले तो सामने आते ही रहते है। पर अब ऐसे मामले सामने आ रहे है जिसमें पंजाब के कई कथित ट्रैवल एजेंटों ने अपनी जेबें गर्म करने व छात्रों की जिंदगी से खिलवाड़ करके बैंकों जमा फंडो फर्जीवाडा व फर्जी लोन लैटरें लगाकर पंजाब के सैंकडों छात्रों को विदेश भेज डाला। जिसमें जालंधर के एक नामी ट्रैवल कारोबारी का नाम भी सामने आ रहा है। यह सारा फर्जीवाड़ा सामने आने पर यू.के एंबेसी ने मामले की सारी जानकारी एक बैंक के हैड आफिस में दी। बैंक के हैड आफिस द्वारा जानकारी मिलते ही बैंक अधिकारीयों के हाथ पांव फूल गए जिसके साथ ही बैंक के हैड आफिस ने मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया। यू.के एंबेसी द्वारा यह सारा फर्जीवाड़ा पकड़े जाने व जालंधर के एक बैंक में मेल आने पर बैंक मैनेजरों व ट्रैवल कारोबारियों में हडकंप मच गया व उक्त बात पूरे शहर ही नहीं बल्कि पंजाब के कई शहरों में जंगल में आग की तरह फैल गई। इतना ही नहीं इस फर्जीवाडे के सामने आते ही एक बैंक मैनेजर व ट्रैवल कारोबारी की आडियो भी वायरल हो गई। जिसमें  बैंक मैनेजर द्वारा साफ कहा जा रहा है कि जालंधर के साईं ओवरसीज नामक ट्रैवल कारोबारी ने उक्त बैंक में भारी तदाद में छात्रों के खाते खोले व जिसके साथ ही करीब 135 लोन लैटरें छात्रों के दस्तावेजों के साथ लगाकर उनका दूतावास में वीजा अप्लाई किया। पर बैंक की लोन लैटरों व बैंक खातों में जमा राशि में फर्जीवाड़ा सामने आने पर यू.के एंबेसी ने कड़ा संज्ञान लेते हुए यू.के वीजा में सखताई कर दी। वहीं दूसरी तरफ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब के ट्रैवल कारोबारियों दूारा अपनी जेबें गर्म करने के नाम पर छात्रों के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा सामने आने पर कई छात्रों को यू.के से भारत वापिस भेज दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यू.के एंबेसी दूारा फर्जीवाड़ा पकड़ने पर आने वाले दिनों में कई बैंक मैनजरों व कई ट्रैवल कारोबारियों पर भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

फंड शो करने के नाम पर छात्रों से वसूल रहे है 5 से 8 प्रतिशत तक का बयाज
यू.के जाने के नाम पर ट्रैवल कारोबारी छात्रों से मोटी कमाई कर रहे है। यू.के आवेदन पत्र अप्लाई करने के लिए एजूकेशन दस्तावेजों के साथ छात्र को अपने बैंक खाते में करीब 28 दिन पुराने फंड दिखाने पड़ते है। आम तौर पर कुछ छात्र ही अपने बैंक खाते में फंड दिखा पाते है। जबकि अधिकांश छात्रों को फंड शो करने में मुशकिलों का सामना करना पड़ता है। बस इस बात का फायदा पंजाब के कई कथित ट्रैवल कारोबारी उठ रहे है छात्रों से वीजा के नाम पर मोटी कमाई करने वाले कई ट्रैवल कारोबारी छात्रों को अपने ही कर्मचारी का नंबर देकर छात्र को उक्त व्यक्ति से संपर्क करने को कहते है कि आप यह फाईनैंसर से बात कर लो यह आपका काम करवा देगा। बस जिसके बाद शुरु  होता है छात्रों व उनके परिजनों की खून पसीने की कमाई का खून चूसने का सिलसिला शुरू। ट्रैवल कारोबारी का फाईनैंसर कर्मी छात्रों व उनके परिजनों से बैंक खातों में फंड शो करने के नाम पर 5 से 8 प्रतिशत बयाज वसूलने का सौदा तह करता है। जिसका आधा हिस्सा ट्रैवल कारोबारी व आधा हिस्सा उक्त कर्मी को जाते है। लोगों की खून पसीने की कमाई चूस कर आजकल ऐसे लोग पंजाब की सड़कों पर लगजरी गाड़ियों में घूम रहे हैं।

सुपर परोयरटी सिस्टम में कईयों ने खेला ठगी का खेल
वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि अगर यू.के का नार्मल वीजा आवेदन पत्र जमा करवाने पर छात्र से करीब 30-40 हजार फीस ली जा ती है जिसका रिजल्ट 15 से 20 दिनों में आता है। वहीं दूसरी तरफ सुपर परोयरटी सिस्टम में आवेदन पत्र जमा करवाने की फीस करीब 1 रुपए है। जिसका रिजल्ट आवेदन पत्र जा करवाने पर मात्र 1 दिन में ही आता है। उदाहरण के तौर पर अगर आप ने सुबर आवेदन पत्र जमा करवाया तो उसका रिज्लट उसी दिन शाम को ही आएगा। जिस बात का पंजाब के कई ट्रैवल कारोबारियों ने खूब उठाया व  बैंक खातों में फर्जीवाड़ा करने के साथ-साथ कई छात्रों के आवेदन पत्र सुपर परोयरटी सिस्टम में जमा करवा कर करोड़ों रुपए कमाए।

8 साल पहले हुए थे यू.के के सैंकडों कालेज व यूनीवर्सिटिज बंद, छात्रों के डूबे थे करोडों रुपए
करीब 8 साल पहले यू.के सरकार ने भारतीय छात्रों को राहत देते हुए टीयर 4 स्कीम का आयोजन किया था। जिसमें पढाई के तौर पर विदेश जाने के चाहवान छात्र को बिना आईलैट्स टैस्ट पास किए मात्र सिर्फ अपने एजुकेशन दस्तावेज ही जमा करवाने पड़ते थे। जिसके आधार पर यू.के एंबेसी दूारा छात्रों को वीजा दिया जा ता है। बस इस बात का फायदा पंजाब के ट्रैवल कारोबारियों ने जम कर उठाया व फर्जीवाड़ा करके पंजाब से भारी तदाद में छात्रों को अपनी जेबें गर्म करके विदेश भेज डाला। इस धंंधे में मोटी कमाई होते देख कई ट्रैवल कारोबारियों ने यू.के में 4-4 कमरों के प्राईवेट कालेज खोल डाले। जबकि वहां पहुंचे छात्रों को काम ना मिलने के चलते रात गुजारने व खाना खाने के लिए गुरु घर का सहारा लेना पडा यू.के सरकार को जब इस फर्जीवाड़ा का पता चल तो उन्होने यू.के में सैंकडों कालेज व यूनिवर्सिटिज के लाईसैंस सस्पैंड कर दिए। जिस कारण पंजाब के सैंकडों छात्रों की मेहनत की कमाई के करोडोंं रुपए यू.के प्राईवेट कालेजों में डूब गए। जबकि ट्रैवल कारोबारियों ने पहले ही छात्रों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों करोडों रुपए अपनी कमीशन कमा कर अपनी जेबें गर्म कर ली। और तो अऔर कई छात्रों को यू.के वापिस आना पडा। जिस कारण कई छात्रों ने कई ट्रैवल कारोबारियों के खिलाफ पुलिस को शिकायतें भी दी। जिसके बाद कई ट्रैवल कारोबारी तो करोडों रुपए की कमाई करके देश छोड कर ही विदेश भाग गए। अब करीब 8 साल बाद यू.के सरकार ने एक बार फिर भारतीय छात्रों को राहत देते हुए वीजा नियमों में ढील दी थी। जिस बात का फायदा पंजाब के कई ट्रैवल कारोबारियों ने जम कर उठाया। लेकिन फिर फर्जीवाडा सामने आने पर यू.के सरकार ने सखताई कर दी।

हर छात्र की हो रही है अब इंटरव्यू
वहीं बताया जा रहा है कि फर्जीवाड़ा सामने आने पर यू.के सरकार ने भी वीजा नियमों में सख्ताई कर दी है। जिजसके चलते अब हर छात्र को अपना आवेदन पत्र अप्लाई करने के साथ साथ आईलैट्स टैस्ट में 6 बैंड लेने अनिवार्य होंगे। जबकि पहले बिना आईलैट्स टैस्ट पास करके भी छात्र आवेदन पत्र अप्लाई कर सकते थे। आवेदन पत्र के बाद हरेक छात्र की दूतवास में दस्तावेजों की जांच के बाद हरेक छात्र की स्काईप के जरिए इंटरव्यू देनी होगी। जिसके बाद ही दूतावास दूारा छात्र की फाईल पर फैसला लिया जाएगा।

कोरोना के चलते छात्रों को यू.के में नहीं मिल रहा काम
 वहीं दूसरी तरफ सूत्र बता रहे है कि कोरना वायरस के चलते जहां पूरा विश्व मंदी का शिकार हुआ है। वही विदेश पहुंचे छात्रों को भी काम करने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते वहां पहुंचे छात्रों को काम नहीं मिल रहा व वहां पहुंचे छात्र अपने परिजनों से पैसे मंगवा कर अपना गुजारा कर रहे है। जबकि यहां बैठे ट्रैवल कारोबारी छात्रों को विदेश भेज कर व वहां से कालेजों से मोटी कमीशन डकार कर ऐश परस्ती कर रहे हैं। 

फर्जी दस्तावेजों पर विदेश भेजने वाले ट्रैवल कारोबारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई, भुल्लर
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि कमिश्नरेट पुलिस फर्जी ट्रैवल एैंजटों पर पिछले काफी समय से कारवाई कर रही है। उन्होने बताया कि कमिश्नरेट पुलिस ने कई फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ मामले दर्ज किए है। भुल्लर ने कहा शहर में अगर कोई भी टैर्वल कारोबारी फर्जी दस्तावेजों के जरिए छात्रों को विदेश भेज रहा है तो उसके खिलाफ कडी कारवाई की जाएगी। सी.पी भुल्लर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग भी जागरुक हो अगर कोई भी ट्रैवल कारोबारी गल्त काम कर रहा है तो उसकी जानकारी लोग कमिश्नरेट पुुिलस को दें उन्होने कहा शहर में में फर्जीवाडा करने वाले ट्रैवल कारोबारियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि कमिश्नरेट पुलिस ने शहर में पहले भी कई टीमें बना कर एक विशोष अभियान चलाया था व कई फर्जी ट्रैवल कारोबारियों पर मामले दर्ज किए थे। उन्होने बताया कि आने वाले दिनों में कमिश्नरेट पुलिस फर्जी ट्रैवल कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने के लिए विशेष अभियान चलाएगी। 

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