Edited By Suraj Thakur,Updated: 21 Oct, 2018 05:37 PM
जीआरपी ने हादसे के साक्ष्यों को जुटाने लिए ट्रेन के ड्राइवर अरविंद कुमार का बयान भी लिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि ट्रैक पर लोगों के हजूम को देखकर उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल तुरंत कर दिया था, लेकिन जब तक ट्रेन रुकती कई लोग इसकी चपेट में आ...
अमृतसर। अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे के बाद Government Railway Police (GRP) ने मामला दर्ज कर लिया है। दशहरे के पर्व पर इस भयानक हादसे में 59 लोगों की जान क्षण भर में ही चली गई थी। जीआरपी ने हादसे के साक्ष्यों को जुटाने लिए ट्रेन के ड्राइवर अरविंद कुमार का बयान भी लिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि ट्रैक पर लोगों के हजूम को देखकर उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल तुरंत कर दिया था, लेकिन जब तक ट्रेन रुकती कई लोग इसकी चपेट में आ चुके थे। अरविंद का कहना है कि हादसे के घटित होते ही जैसे ही ट्रेन की रफ्तार थमने लगी, लोगों ने ट्रेन पर पथराव करना शुरू कर दिया था। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए उन्होंने ट्रेन की स्पीड को तेज कर दिया।
अरविंद कुमार ने रेलवे प्रशासन को अपनी सफाई में एक पत्र भी सौंपा है, जिसमें उन्होंने सारे घटनाक्रम का जिक्र किया है। पत्र में उन्होंने कहा है कि ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद ही उन्होंने ट्रेन की स्पीड सामान्य कर दी थी। पत्र में इस बात का जिक्र भी किया गया है कि जोड़ा फाटक पहुंचने पर उन्हें डबल येलो सिग्नल भी मिला था, जिसके तहत उन्हें ट्रेन की स्पीड कम करनी थी।
पत्र में रेलवे अधिकारियों को अवगत करवाया है कि डबल येलो सिग्नल दिखने के साथ ही उन्हें रेलवे ट्रैक पर लोगों की भीड़ दिखी। इस दौरान उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगा दी और वह लगातार हॉर्न बजाने लगे। इस सूरत में ट्रेन की स्पीड कम तो हुई लकिन तब तक कई लोग ट्रेन की जद में आ चुके थे। ट्रेन पर पथराव होते देख अरविंद ने ट्रेन को फिर से चला दिया और अमृतसर स्टेशन पुहंचकर अपने आला अधिकारियों को पूरी घटना की जानकारी दी।