Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Jul, 2017 01:31 PM
पिछले 9 दिनों से सरहिंद रोड पर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठी टावर टैक्नीशियन यूनियन के धरने को पुलिस ने जबरदस्ती उठवा
पटियाला (बलजिन्द्र) : पिछले 9 दिनों से सरहिंद रोड पर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठी टावर टैक्नीशियन यूनियन के धरने को पुलिस ने जबरदस्ती उठवा दिया। पिछले 2 दिनों से चेतावनी के बावजूद जब टावर टैक्नीशियनों ने धरना न हटाया तो पुलिस ने तय योजना के तहत रात लगभग 10 बजे पहले पिछले 9 दिनों से मरणव्रत पर बैठे जगतार सिंह बलबेड़ा को जबरदस्ती उठवा कर एम्बुलैंस में डाल कर सरकारी राजिन्द्रा अस्पताल भेज दिया जबकि सुबह बाकी रहते धरनाकारियों को वहां से उठा दिया। उनका सारा टैंट व अन्य सामान वहां से हटवा दिया गया।
क्या है मांगें
टावर टैक्नीशियनों की मांग थी कि नौकरी से निकाले गए साथियों को बहाल किया जाए व उनके विरुद्ध दर्ज किए गए झूठे मुकद्दमे वापस लिए जाएं। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार हर घर में सरकारी नौकरी देने का वायदा करती है पर इसके उलट जो टैक्नीशियन वर्कर 10 से 15 सालों से काम कर रहे हैं उन्हें भी नौकरी से निकाल रही है। इंडस टावर कंपनी और एरियल टैलीकॉम कंपनी द्वारा लंबे समय से काम कर रहे टैक्नीशियन्ज को बिना वजह नौकरी से निकाल दिया गया था। ये टैक्नीशियन्ज पिछले लगभग 10 से 15 सालों से काम कर रहे थे और इनके विरुद्ध झूठे मुकद्दमे दर्ज कर दिए गए।
सी.आई.डी. के जवानों ने धरनाकारियों को चारों ओर से घेरा
रात के समय एस.पी. सिटी केसर सिंह, डी.एस.पी. सिटी-2 सुखअमृत सिंह रंधावा, एस.एच.ओ. अनाज मंडी, एस.एच.ओ. त्रिपड़ी इंस्पैक्टर राजेश मल्होत्रा की टीम ने पहले सिविल वर्दी में सी.आई.डी. के जवान भेजे। उन्होंने पहले धरनाकारियों को चारों ओर से घेर लिया और इसके बाद पुलिस को जब सूचित किया तो उक्त पुलिस अधिकारी अपनी-अपनी टीमों के साथ तीनों ओर से आए और आते ही मरणव्रत पर बैठे जगतार सिंह बलबेड़ा को जबरदस्ती उठा कर एम्बुलैंस में डाल दिया और उसको सरकारी राजिन्द्रा अस्पताल ले गए।
धरनाकारियों ने पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
धरनाकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की पर पुलिस अधिकारी किसी को कुछ न कह कर चुपचाप वहां से चले गए। सुबह 7 बजे तक किसी को कुछ समझ आता इससे पहले पुलिस पार्टियां फिर से धरनाकारियों के पास पहुंचीं और उन्हें जबरन वहां से हटा दिया। पुलिस ने इस मामले में 16 व्यक्तियों को हिरासत में लिया, जिन्हें नाभा व पटियाला जेल भेज दिया जबकि जिन महिलाओं को हिरासत में लिया गया था, उन्हें छोड़ दिया गया। वर्णनीय है कि टावर टैक्नीशियन यूनियन पंजाब नौकरी से निकाले गए कर्मियों को बहाल करने की मांग को लेकर पिछले 9 दिनों से धरने पर बैठी थी, जिनमें जगतार सिंह बलबेड़ा पिछले 9 दिनों से मरणव्रत पर बैठा था।