Edited By Des raj,Updated: 12 Jul, 2018 11:35 PM
जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के नेतृत्व में आज कपियाल, बलियाल व काकड़ा गांवों के दलित परिवारों ने डी.सी. दफ्तर समक्ष धरना लगाकर नारेबाजी की व कपियाल, बलियाल में कम रेट व सांझे तौर पर दलितों को जमीन देने और गांव काकड़ा की डम्मी बोली रद्द करके दलित...
संगरूर(बेदी, हरजिंद्र): जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के नेतृत्व में आज कपियाल, बलियाल व काकड़ा गांवों के दलित परिवारों ने डी.सी. दफ्तर समक्ष धरना लगाकर नारेबाजी की व कपियाल, बलियाल में कम रेट व सांझे तौर पर दलितों को जमीन देने और गांव काकड़ा की डम्मी बोली रद्द करके दलित परिवारों को जमीन देने की मांग की।
धरने को संबोधित करते जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के जिला नेता मनप्रीत भट्टीवाल, परमजीत कौर लौंगोवाल ने कहा कि जिला प्रशासन अपने किए वायदे से मुकर रहा है और बलियाल, कपियाल, गांवों में दलितों को कम रेट पर जमीन देने संबंधी पंचायतों वाले डाले प्रस्तावों के बावजूद रेट कम नहीं किया जा रहा और गांव काकड़ा में डम्मी बोली करके जमीन उच्च जाति लोगों द्वारा जोत दी गई और वहां इस धक्केशाही का विरोध करने वाले 11 दलितों नेताओं पर झूठे केस दर्ज किए गए, जोकि जिला प्रशासन व सरकार के दलित विरोधी रवैये की मिसाल है।
उन्होंने चेतावनी देते कहा कि यदि दलितों के साथ धक्का बंद न किया, झूठे दर्ज केस रद्द न किए तो सरकार और जिला प्रशासन दलितों के रोष का सामना करने के लिए तैयार रहे, संघर्ष कमेटी प्रशासन, सरकार व ग्रामीण चौधरियों के दलितों पर किए हर हल्ले का डटकर सामना करेगी।
धरने के बाद काकड़ा गांव में दलितों पर हुए झूठे दर्ज केस रद्द करवाने के लिए वफद डी.एस.पी. संगरूर को मिला जिन्होंने केस हमदर्दी से विचार कर इंसाफ देने का भरोसा दिया। इस मौके देव बालद कलां, नछत्तर सिंह, बलियाल, जरनैल सिंह, सेरा सिंह, गुरविन्द्र सिंह कपियाल, विक्की सिंह, सुरजीत सिंह आदि उपस्थित थे।