Edited By Vaneet,Updated: 29 Sep, 2018 04:30 PM
पंजाब में ड्रग्स पर नियंत्रण पाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने जहां एक तरफ नशा तस्करों के लिए मौत ....
जालन्धर(धवन): पंजाब में ड्रग्स पर नियंत्रण पाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने जहां एक तरफ नशा तस्करों के लिए मौत की सजा देने का प्रावधान कैबिनेट में पास किया है, वहीं पर दूसरी ओर अब कैप्टन सरकार एक नई रणनीति पर कार्य करने जा रही है जिसके तहत बेरोजगार नौजवानों को नशों से दूर रखने के लिए नौकरियों का फार्मूला उनके सामने पेश कर सकती है।
सरकार ने नशा करने वाले नौजवानों के लिए सरकारी, प्राइवेट व अद्र्ध सरकारी क्षेत्रों में नौकरियां निकालने का निर्णय लिया है। इसके लिए एक व्यापक व विस्तृत रणनीति बनाई गई है। सरकार द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि देहाती क्षेत्रों में नशों में लिप्त नौजवानों को सही रास्ते पर लाने के लिए उनके लिए नई नौकरियां पैदा की जानी चाहिए। पंजाब में इस समय बेरोजगार नौजवानों की गिनती काफी अधिक है।
पंजाब में इस समय 84 नशा छुड़ाओ केंद्र कार्य कर रहे हैं। इसमें 53 नशा छुड़ाओ केंद्र प्राइवेट क्षेत्र से संबंध रखते हैं। इस समय कैप्टन सरकार द्वारा शुरू किए गए नशा छुड़ाओ अभियान के तहत 80 हजार नशा करने वाले नौजवानों का इलाज इन केंद्रों में चल रहा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को उम्मीद है कि इलाज के बाद यह नौजवान नशों को पूरी तरह से अलविदा कह देंगे। सरकार का यह भी मानना है कि जिन नौजवानों का इलाज चल रहा है उन्हें आगे भी कौंसलिंग की जरूरत होगी ताकि यह नौजवान पुन: नशों की चपेट में न जा सकें। इसी तरह से मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने राज्य के उच्च शिक्षा संस्थाओं को लिखा है कि वह अपनी संस्थाओं में नौजवानों के लिए अधिक से अधिक नौकरियों के अवसर निकालें।
राज्य सरकार केंद्र द्वारा प्रायोजित स्किल डिवैल्पमैंट से संबंधित स्कीमों की भी समीक्षा कर रही है तथा बेरोजगार नौजवानों को नौकरियां देने के लिए केंद्र प्रायोजित स्कीमों से फंडों का प्रबंध करेगी। राज्य में नौजवानों को खेलों की तरफ भी अग्रसर किया जाएगा तथा साथ ही नौजवानों के लिए स्वास्थ्य कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। इसके लिए स्पोर्टस व युवा मामलों के विभाग को देहाती व शहरी क्षेत्रों में स्पोटर््स क्लबों को पुनजीॢवत करने के लिए कहा गया है। स्पोटर््स विभाग को राज्य के डिप्टी कमिश्ररों के साथ तालमेल करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
उन्हें ब्लॉक व जिला स्तर पर खेल टूर्नामैंट करवाने के लिए भी कहा जा रहा है ताकि नौजवान अपना ध्यान नशों से हटाकर खेलों की तरफ लगा सकें। खेलों तथा सांस्कृतिक मामलों को लेकर प्रतियोगिताओं का आयोजन तो होगा परन्तु साथ ही स्कूल शिक्षा, तकनीकी शिक्षा व औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा भी ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।