Edited By Des raj,Updated: 23 Sep, 2018 01:01 AM
गुरु नानक देव अस्पताल (जी.एन.डी.एच.) में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी मारने वाले एक गिरोह के सदस्यों को मैडीकल सुपरिंटैंडैंट ने पुलिस के हवाले किया है। अस्पताल के सुरक्षा कर्मचारियों ने आज गिरोह की सरगना महिला को काबू कर लिया है, जबकि उसका भाई फरार...
अमृतसर (दलजीत): गुरु नानक देव अस्पताल (जी.एन.डी.एच.) में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी मारने वाले एक गिरोह के सदस्यों को मैडीकल सुपरिंटैंडैंट ने पुलिस के हवाले किया है। अस्पताल के सुरक्षा कर्मचारियों ने आज गिरोह की सरगना महिला को काबू कर लिया है, जबकि उसका भाई फरार हो गया। महिला पर आरोप है कि वह खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताकर लोगों को सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपए ठगती थी।
जानकारी के अनुसार महिला का नाम साजन प्रीत कौर है। शनिवार को साजन प्रीत कौर और उसका भाई अमृत प्रीत सिंह गुरु नानक देव अस्पताल पहुंचे थे। ये दोनों आरोपित भाई-बहन पिछले लंबे समय से लोगों को फंसा रहे थे। इसका खुलासा बलविंदर सिंह नामक युवक ने किया है। बलविंदर सिंह के अनुसार उसने फतहेगढ़ चूडिय़ां रोड स्थित एक निजी स्कूल से पढ़ाई की है। इसी स्कूल में अमृतप्रीत सिंह नामक युवक भी पढ़ता था। अमृतप्रीत सिंह ने ही मुझे फोन कर सरकारी नौकरी लगवाने की बात कही थी। उसने कहा था कि उसकी बहन साजन प्रीत कौर गुरु नानक देव अस्पताल में नौकरी करती है और उसकी वरिष्ठ अधिकारियों से जान पहचान है।
यदि वह नौकरी लगना चाहता है तो इसके लिए 1 लाख रुपए देने होंगे। मैं उसके झांसे में आ गया।
इसके बाद 21 सितम्बर को अमृतप्रीत सिंह ने मुझे पैसे लेकर गुरु नानक देव अस्पताल आने को कहा। मैं यहां पहुंच गया, लेकिन ये लोग वहां नहीं थे। इसके बाद इन्होंने मुझे 22 सितम्बर को आने को कहा। मैं अपने पिता हरदेव सिंह के साथ अस्पताल पहुंच गया। इसी बीच मेरे पिता ने यह जानने की कोशिश की कि क्या साजनप्रीत कौर वाकई अस्पताल में काम करती है। इस पर अस्पताल के स्टाफ से पूछा, पर इस नाम की किसी कर्मचारी का पता नहीं चला। इसके बाद हमने अस्पताल की गार्द को शिकायत की। गार्द में कार्यरत राज कुमार के साथ हमने एमरजैंसी वार्ड के नजदीक खड़ी साजनप्रीत कौर को पकड़ लिया, लेकिन उसका भाई मौके से फरार हो गया।