Edited By swetha,Updated: 25 Apr, 2020 08:34 AM
कोरोना वायरस का सबसे अधिक खतरा हाइपरटेंशन के मरीजों पर बताया जा रहा है।
चंडीगढ़ःकोरोना वायरस का सबसे अधिक खतरा हाइपरटेंशन के मरीजों पर बताया जा रहा है। पी.जी.आई. चंडीगढ़ ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट को आधार बनाते हुए यह बताया है कि हाइपरटेंशन यानी ब्लड प्रेशर और उच्च रक्तचाप के मरीजों में कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलने का सर्वाधिक खतरा है। इसी को ध्यान में रखते हुए पी.जी.आई. चंडीगढ़ के डॉक्टरों ने ब्लड प्रेशर के मरीजों को अपनी दवाइयां बंद ना करने की सलाह दी है।
डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा करने से ब्लड प्रेशर के मरीजों की जान पर खतरा बन सकता है। कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एंड हेड डॉक्टर यश पॉल शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण का सर्वाधिक खतरा हाइपरटेंशन के मरीजों के अलावा कार्डियोवैस्कुलर डिजीज, डायबिटीज, क्रॉनिक रेस्पिरेट्री डिजीज और कैंसर के मरीजों में सर्वाधिक है। हाइपरटेंशन के मरीजों में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते 8.4 प्रतिशत, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के मरीजों में 13.2 प्रतिशत, डायबिटीज के मरीजों में 9.2 प्रतिशत, क्रॉनिक रेस्पिरेट्री डिजीज के मरीजों में 8 प्रतिशत और कैंसर के मरीजों में 7.6 प्रतिशत के स्तर पर मोर्टालिटी रेट यानी कि मृत्यु दर बताई गई है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन डब्ल्यूएचओ और द सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन के वुहान सिटी में डब्ल्यूएचओ और चीन ने मिलकर एक सर्वे व रिसर्च किया जिसमें यह खुलासा हुआ कि कोरोना वायरस से संक्रमित चीन में जिन लोगों की मौत हुई । उनमें से 50 प्रतिशत मरीजों में हाइपरटेंशन और ब्लड प्रेशर के मरीज पाए गए। डब्ल्यूएचओ और वुहान के इस जॉइंट मिशन में 170 लोगों की मेडिकल कंडीशन पर जब यह रिसर्च की गई। जोकि कोरोना वायरस से संक्रमित थे। और उनकी मौत हो गयी या बच गए। उनमें से 50 प्रतिशत लोग हाइपरटेंशन के मरीज थे।
पी.जी.आई. चंडीगढ़ के मुताबिक भारत के 30 फीसद लोग हाइपरटेंशन के मरीज हैं ऐसे में हाइपरटेंशन के मरीजों को कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण से बचने के लिए अतियात भरथना बहुत जरूरी है खासकर पंजाब के लोगों में हाइपरटेंशन ब्लड प्रेशर डायबिटीज और कैंसर के सर्वाधिक मरीज पाए जाते हैं ऐसे में पंजाब के लोगों को खासकर इन दोनों अपना ध्यान रखना चाहिए ताकि वह कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में न आ सकें।