Edited By Suraj Thakur,Updated: 19 Nov, 2018 05:58 PM
अमृतसर बम ब्लास्ट की तर्ज पर पटियाला में हमले की योजना थी, लेकिन खुफिया एजेंसियों ने इसका पहले ही पर्दाफाश कर दिया था।
अमृतसर। अमृतसर में हुई बम ब्लास्ट की घटना के बाद राज्य व केंद्र सरकार के हाथ पांव फूल गए हैं। एक और ब्लास्ट की घटना की गुत्थी को सुलझाने के राज्य सरकार दावे कर रही है, वहीं दूसरी और केंद्र सरकार ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की है। ऐसा भी माना जा रहा है पंजाब में बढ़ रहे कट्टरपंथ को देखते हुए कि पाकिस्तान पंजाब में नाराज युवाओं को गुमराह करके आतंक की राह पर डालना चाहता है।
ऐजेंसियों का यह भी तर्क है कि खालिस्तान का विरोध करने वाली संस्थाएं खासकर संघ और डेरे आतंकियों के निशाने पर हैं। अमृतसर बम ब्लास्ट की तर्ज पर पटियाला में हमले की योजना थी, लेकिन खुफिया एजेंसियों ने इसका पहले ही पर्दाफाश कर दिया था।
ऐसे हुआ खुलासा....
पंजाब में खुफिया ऑपरेशन में लगी एजेंसियों का कहना है कि अमृतसर में हुई ब्लास्ट की घटना पाकिस्तान की साजिश की शुरूआत है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि 15 दिन पहले पटियाला से खुफिया एजेंसियों ने शमनदीप सिंह को पकड़ा है, जिससे पूछताछ के दौरान इस शख्स ने खुलासा किया है कि उसे पटियाला में एक संघ संचालित स्कूल पर हमला करना था। अमृतसर हादसा भी कुछ इसी तर्ज पर हुआ है, जैसा कि शमनदीप ने बताया है।
पकड़े जा चुके हैं 80 खालिस्तानी समर्थक....
इस हमले के बाद शबनमदीप से दोबारा पूछताछ की गई कि क्या उसे अमृतसर के हमले की जानकारी थी, तो उसे पता नहीं था कि कौन किस इलाके में ऐसी वारदातों को अंजाम देगा। एजेंसियों का दावा है कि ISI ने पंजाब में असला पहुंचा दिया है जो किसी सुरक्षित मॉड्यूल के पास रखा हुआ है। एजेंसियों का ये भी दावा है कि पंजाब में सतर्कता के चलते पिछले एक साल में लगभग 80 खालिस्तानी समर्थक पकड़े जा चुके हैं।