Edited By Vatika,Updated: 27 Feb, 2020 11:46 AM
घरों की हालत सुधारने और बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए विदेश जाकर काम करने और डॉलर कमाने की लालसा पंजाब की नौजवान पीढ़ी को
फरीदकोट (हाली): घरों की हालत सुधारने और बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए विदेश जाकर काम करने और डॉलर कमाने की लालसा पंजाब की नौजवान पीढ़ी को विदेशों की तरफ ले जा रही है परन्तु वहां जाकर जो कष्ट झेलने पड़ते हैं इसकी ताजा मिसाल सामने आई है।
दरअसल, मस्कट से वापस लाई गई गांव अराईआंवाला जिला फरीदकोट की लड़की जिसने अहम खुलासा करते कहा कि वहां अभी 50 अन्य लड़कियां बहुत ही बुरी हालत में फंसी हुई हैं। वह भी अपने घर और वतन वापसी के लिए हर रोज अरदासें कर रही हैं। गांव अराईआंवाला में मस्कट से वापस आई लड़की ने रो-रोकर अपनी दास्तां सुनाई कि वह 4 महीने पहले ही दुबई के लिए जीरा के पिता पुत्र एजैंटों द्वारा 2 लाख रुपए खर्च करके अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए गई थी।
परन्तु वहां उसको कोई काम नहीं दिया गया और आगे अन्य देशों में से होती हुई वह मस्कट पहुंच गई। जहां उसको मारपीट करके काम करवाया जाता रहा और भूखा भी रखा गया। उसने बताया कि इस हालत में 50 अन्य लड़कियां भी वहां उसके साथ ही रह रही थीं। उन्होंने बताया कि वह भागकर भारतीय एम्बैसी में पहुंच गई और वह अराईआंवाला के मनप्रीत सिंह और विदेश रहते अवतार सिंह की मदद के साथ पंजाब वापस आने में सफल हुई हैं। पीड़ित लड़की की माता ने कहा कि उसकी लड़की को जिस तरह एजैंटों ने धोखे के साथ रोला है, उनके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाए।