Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Aug, 2017 10:20 AM
पंजाब पुलिस ने मैडीकल लीगल केसेज (एम.एल.सी.) में पोस्टमार्टम से पूर्व कोर्निया निकालने के लिए ब्लैंकेट अप्रूवल दे दी है।
चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने मैडीकल लीगल केसेज (एम.एल.सी.) में पोस्टमार्टम से पूर्व कोर्निया निकालने के लिए ब्लैंकेट अप्रूवल दे दी है। इससे सड़क हादसों में मृतकों के पोस्टमार्टम से पहले उनकी आंखें निकाली जा सकेंगी, लेकिन परिवार की मंजूरी जरूरी होगी।
पहले पोस्टमार्टम प्रक्रिया के कारण आंखें खराब हो जाती थी। पंजाब को हर साल लगभग 3200 कोर्नियां की जरूरत होती है जबकि 4 महीनों में सिर्फ 341 कोर्निया ही निकाले जा सके और उनमें से 212 का ही इस्तेमाल हो सका।
वहीं, हर साल कोर्निया की खराबी के कारण 400 लोग अंधेपन का शिकार हो रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक पंजाब में एक साल में 38,000 तक लोग सड़क हादसों का शिकार होते हैं। एम.एल.सी. में पोस्टमार्टम और पुलिस एन.ओ.सी. में इतना समय लग जाता है कि आंखें खराब हो जाती हैं। मौजूदा समय में पंजाबभर में 2.8 लाख लोग कोर्नियल ब्लाइंडनैस का शिकार हैं। डाक्टर्स की मानें तो दान किए 10 में से 3 अच्छे कोर्निया ही ट्रांसप्लांट हो सकते हैं।