Edited By Urmila,Updated: 02 Aug, 2022 01:31 PM
पंजाब में गहराते जलसंकट का मामला राज्यसभा में गूंजा और आम आदमी पार्टी के सांसदों ने इस मामले को लेकर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा।
जालंधर (धवन): पंजाब में गहराते जलसंकट का मामला राज्यसभा में गूंजा और आम आदमी पार्टी के सांसदों ने इस मामले को लेकर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि पंजाब में जलसंकट को लेकर केंद्र सरकार ने अभी तक अपनी कोई योजना नहीं बनाई है।
राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने इस मामले को सबसे पहले उठाते हुए कहा कि पंजाब में जलसंकट दिन-प्रतिदिन गहराता जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह उस राज्य के प्रतिनिधि हैं जिसका नाम 5 नदियों पर बना था। उन्होंने कहा कि जब देश में अनाज की कमी हुई थी तो पंजाब में हरित क्रांति आई थी और पूरे देश का पेट पंजाब ने भरा था।
उन्होंने कहा कि पंजाब हमेशा अनाज उत्पादन में अग्रणी रहा है। आज पंजाब में अनाज की पैदावार के लिए जलसंकट गंभीर होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कई ब्लाकों में तो भूमिगत जल स्तर 400 से 500 फुट के नीचे चला गया है। धान के उत्पादन के लिए पानी की कमी हो रही है।
राघव चड्ढा ने कहा कि पंजाब में भूमिगत जल स्तर का नीचे जाना तथा साथ ही पंजाब के मालवा क्षेत्र में पानी का गंदला होना एक गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि जब तक हम मिलकर पंजाब के पानी को बचाने का प्रयास नहीं करेंगे तब तक फसलों की पैदावार पर विपरीत असर पड़ता रहेगा। उन्होंने कहा कि एक किलो चावल के उत्पादन में लगभग 5000 लीटर पानी लगता है जिस तरह से जलसंकट बढ़ रहा है उसे देखते हुए आने वाले समय में धान की पैदावार के लिए और अधिक पानी की जरूरत होगी।
‘आप’ सांसद ने कहा कि पंजाब के लिए केंद्र सरकार को एक विशेष योजना बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब तक योजना नहीं बनेगी तब तक पंजाब में कृषि उत्पादन का अनिश्चिता के बादल छाए रहेंगे।
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