Edited By swetha,Updated: 13 May, 2018 03:47 PM
गुरदासपुर के गांव कोट खान मुहम्मद में शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। असम के दीमापुर में आतंकियों से लड़ते शहीद हुए रजिंद्र सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचने पर गांव में मातम छा गया।
गुरदासपुरः गुरदासपुर के गांव कोट खान मुहम्मद में शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। असम के दीमापुर में आतंकियों से लड़ते शहीद हुए रजिंद्र सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचने पर गांव में मातम छा गया।
जहां परिवार, गांववासियों और रिश्तेदारों ने नम आँखों से शहीद को विदाई दी। वहीं शहीद का अंतिम संस्कार बिना सेना की सलामी के ही कर दिया गया। इस दौरान न तो सेना की टुकड़ी पहुंची और न ही कोई पुलिस अधिकारी। इस बारे में शव लेकर पहुंचे सूबेदार राम सिंह का कहना है कि वह सिर्फ परिवार को लाश सौंपने के लिए आए थे। इसके ज्यादा उनको ओर कोई जानकारी नहीं है ।
उधर शहीद के भाई का कहना है कि उन को अपने भाई की शहादत पर गर्व है। परिवार से दुख जताने पहुंचे कादियां से विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा ने कहा कि शहीद के संस्कार के दौरान रही कमी के बारे में उच्च आधिकारियों से बात की जाएगी। इस के इलावा उन्होंने परिवार की हर संभव मदद करन का आश्वासन दिया। बता दें कि शहीद रजिंद्र सिंह 11 मई को आतंकियों का सामना करते हुए गोली लगने से शहीद हो गए थे। जो अपने पीछे पत्नी और 2 बच्चे छोड़ गया है ।