नोटबंदी के कारण फीका रहा लोहड़ी का त्यौहार
Edited By Updated: 14 Jan, 2017 11:38 AM
नोटबंदी के चलते 2017 के नव वर्ष के पहले त्यौहार लोहड़ी पर नोटबंदी की पड़ी मार के कारण मूंगफली विक्रेता आर्थिक पक्ष से कमजोर नजर आए।
गिद्दड़बाहा,जैतो (संध्या/वीरपाल/ शर्मा): नोटबंदी के चलते 2017 के नव वर्ष के पहले त्यौहार लोहड़ी पर नोटबंदी की पड़ी मार के कारण मूंगफली विक्रेता आर्थिक पक्ष से कमजोर नजर आए।मूंगफली का व्यापार करने वाले अशोक चोपड़ा का कहना है कि इस बार बहुत कम मात्रा में मूंगफली मंगवाई गई लेकिन फिर भी बिक नही रही है जिस कारण आर्थिक पक्ष से भी कमजोर हो गए हैं। लोहड़ी के त्यौहार को नोटबंदी ने पूरी तरह फीका करके रख दिया है।लोहड़ी वाले दिन बाजार से रौनक पूरी तरह गायब रही। दुकानदार ग्राहकों की बेसब्री से प्रतीक्षा करते नजर आ रहे थे।
दुकानदार से बातचीत दौरान पता चला कि नोटबंदी ने मूंगफली की खुशबू व गुड़ की मिठास से लोगों का मोह भंग कर दिया है। बाजार में ग्राहकों की संख्या आधे से कम रह गई है व दुकानों के खर्चे चलाने बड़े मुश्किल हो गए हैं। बाजार में कुछ खरीदारी कर रहे ग्राहकों का कहना है कि नोटबंदी के कारण नकद पैसे न होने के कारण खरीदारी दौरान मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, जिस कारण लोहड़ी का त्यौहार भी फीका नजर आ रहा है।