Edited By Mohit,Updated: 19 Dec, 2018 08:18 PM
पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतराष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर गलियारे पर 85-100 करोड़ रूपए का खर्च आएगा। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस गलियारे से सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान................
चंडीगढ़ः पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतराष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर गलियारे पर 85-100 करोड़ रूपए का खर्च आएगा। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस गलियारे से सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान के करतारपुर में ऐतिहासिक गुरद्वारा दरबार साहिब जाने में आसानी हो जाएगी। गुरद्वारा दरबार साहिब पाकिस्तान में रावी नदी के तट पर है जहां सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देवजी ने अपने जीवन के 18 साल गुजारे थे।
इस गलियारे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण करेगा। पंजाब के लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा, ‘‘करतार गलियारे के निर्माण पर 85 करोड़ रुपए से लेकर 100 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है।’’ उन्होंने कहा कि इसमें डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक चार लेन के राजमार्ग के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण लागत भी शामिल है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक सड़क के निर्माण को 22 नवंबर को मंजूरी दी थी।
उसके बाद 26 नवंबर को डेरा बाबा नानक में करतारपुर गलियारे की आधारशिला रखी गई। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि उनका मंत्रालय तेजी से इस गलियारे का काम पूरा कराने का प्रयास करेगा। करतारपुर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले के शकरगढ़ में है। करतारपुर का यह गुरद्वारा भारत पाकिस्तान सीमा से बस करीब तीन-चार किलोमीटर दूर है।