Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Dec, 2017 11:49 AM
दक्षिणी-पूर्वी एशिया के 2 प्रमुख देश थाईलैंड व मलेशिया फर्जी ट्रैवल एंजैंटों की गतिविधियों का गढ़ बन चुके हैं। गत लंबे समय से इन दोनों देशों की राजधानियों में सरेआम बिकने वाले विभिन्न देशों के फर्जी स्टिकर वीजा के खेल के कारण जहां प्रदेश से संबंधित...
कपूरथला (भूषण): दक्षिणी-पूर्वी एशिया के 2 प्रमुख देश थाईलैंड व मलेशिया फर्जी ट्रैवल एंजैंटों की गतिविधियों का गढ़ बन चुके हैं। गत लंबे समय से इन दोनों देशों की राजधानियों में सरेआम बिकने वाले विभिन्न देशों के फर्जी स्टिकर वीजा के खेल के कारण जहां प्रदेश से संबंधित सैंकड़ों युवक करोड़ों रुपए गवा चुके हैं, वहीं खुद के पासपोर्ट पर जाली वीजा लगने के कारण इनमें से कई युवकों को जेलों में भी रहना पड़ा है।
बैंकाक व कुआलालम्पुर में बैठे हैं पंजाब से संबंधित सैंकड़ों युवक
प्रदेश से संबंधित युवकों में विदेश जाने के लिए लगी होड़ के कारण फर्जी ट्रैवल एजैंट उनका जहां जमकर शोषण कर रहे हैं, वहीं अब इन कबूतरबाजों ने थाईलैंड की राजधानी बैंकाक तथा मलेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर में बिकने वाले यूरोपियन देशों तथा उत्तरी अमरीकी देशों के वीजा स्टिकरों की मदद से मासूम युवकों को जोर-शोर से ठगना शुरू कर दिया है।
बताया जाता है कि इन दोनों शहरों में कुछ हजार रुपए खर्च कर फर्जी ट्रैवल एजैंट किसी भी देश का जाली स्टिकर वीजा खरीद लेते हैं तथा अपने शिकार युवकों को यूरोपियन देशों के साथ-साथ उत्तरी अमरीकी देशों में भेजने का झांसा देकर उनसे 10 लाख से लेकर 30 लाख रुपए की रकम हड़प लेते हैं।
ज्यादातर मामलों में ठगी करने वाले कबूतरबाजों का नहीं कोई सुराग
बताया जा रहा है कि वर्तमान दौर में ठगी के इतने बड़े नैटवर्क सामने आने के बावजूद भी बैंकाक व कुआलालम्पुर में कई लोग तो अपने परिवारों के साथ गत कई महीनों से बैठे हुए हैं तथा कबूतरबाज उन्हें इन फर्जी वीजों की मदद से अमीर देशों में भेजने का झांसा दे रहे हैं हालांकि इनमें से कई लोग तो अपने साथ हुई ठगी का खुलासा होते ही इन शहरों से किसी तरह भाग कर वापस पंजाब आ गए हैं ताकि पकड़े जाने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज न हो जाए।
वहीं इस संबंध में जहां पहले से ही कई मामले दर्ज कर चुकी विभिन्न जिलों की पुलिस के पास अब फर्जी वीजा हासिल कर ठगी का शिकार हुए लोगों की शिकायतें आने का सिलसिला तेज हो गया है। हालांकि ज्यादातर मामलों में ठगी करने वाले कबूतरबाजों का कोई सुराग नहीं है।
कई मासूमों को खानी पड़ती है तिहाड़ जेल की हवा
फर्जी ट्रैवल एजैंटों को लाखों रुपए की रकम देकर जाली वीजा लेने वाले मासूम लोगों को कई बार तो दोहरी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे मामलों में पकड़े जाने पर जब इन्हें संबंधित देशों के इमीग्रेशन अधिकारी वापस भारत भेजते हैं तो नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचते ही उन्हें फर्जी वीजा रखने पर सीधा तिहाड़ जेल भेज दिया जाता है जिसके दौरान पहले से ही अपनी जिंदगी भर की कमाई गवा चुके लोगों को जमानत के लिए हजारों रुपए खर्च करने पड़ते हैं लेकिन जागरूकता के अभाव के कारण लगातार लोग इन फर्जी ट्रैवल एजैंटों के जाल में फंस रहे हैं।