Edited By Sonia Goswami,Updated: 10 May, 2018 09:09 AM
रेल सफर के दौरान महिला यात्रियों में असुरक्षा की भावना बनी रहती है क्योंकि अक्सर ट्रेनों में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ या बदसलूकी के समाचार सुनने को मिलते रहते हैं।
जालन्धर (गुलशन): रेल सफर के दौरान महिला यात्रियों में असुरक्षा की भावना बनी रहती है क्योंकि अक्सर ट्रेनों में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ या बदसलूकी के समाचार सुनने को मिलते रहते हैं। हालांकि ट्रेनों में महिलाओं के लिए अलग से कोच आरक्षित किए गए हैं। अब मेल व एक्सप्रैस ट्रेनों में महिलाओं के लिए आरक्षित कोच में सी.सी.टी.वी. कैमरे भी लगाए जा रहे हैं लेकिन फि र भी ट्रेन में सफर कर रही अकेली महिला कहीं न कहीं अपने आप को असहज महसूस करती है।
महिलाओं के इस डर को खत्म करने के लिए रेल मंत्रालय द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे सुरक्षा बल के महिला स्टाफ को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उच्चाधिकारियों के निर्देशों पर फि रोजपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त एस. सुधाकर ने भी एक 5 सदस्यीय टीम का गठन किया है जिसे टीम भैरवी का नाम दिया गया है। यह टीम ट्रेनों में महिला यात्रियों से सम्पर्क कर उनकी परेशानी को जानेगी चाहे वह पुलिस से संबंधित हो या हैल्थ से।
टीम भैरवी का नेतृत्व कर रही सब-इंस्पैक्टर राकेश कुमारी ने टीम के अन्य सदस्यों हैड-कांस्टेबल सरला रानी, दलजीत कौर, रितु व शरणजीत कौर के साथ बुधवार को सिटी रेलवे स्टेशन पर नई दिल्ली से अमृतसर जाने वाली शताब्दी एक्सप्रैस समेत कई ट्रेनों में महिलाओं को जागरूक किया। यह टीम फील्ड में रहकर पठानकोट से लेकर जालंधर, अमृतसर और लुधियाना स्टेशनों तक अलग-अलग ट्रेनों में सवार होकर महिलाओं को जागरूक करेगी।
आर.पी.एफ . के हैल्पलाइन नंबर 182 के प्रति महिलाओं को किया जागरूक
टीम भैरवी का नेतृत्व कर रहे सब-इंस्पैक्टर राकेश कुमारी व अन्य स्टाफ ने शताब्दी एक्सप्रैस में महिलाओं को आर.पी.एफ . के हैल्पलाइन नंबर 182 के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि अगर रेल सफर के दौरान उन्हें किसी भी तरह की कोई मदद की जरूरत हो या किसी आपात स्थिति में हैल्पलाइन नंबर 182 डायल कर अपनी ट्रेन, कोच नंबर और सीट का नंबर बता कर सूचना दें। ट्रेन के अगले स्टेशन तक पहुंचने से पहले आर.पी.एफ . स्टाफ आपकी मदद के लिए हाजिर होगा।