Edited By Vatika,Updated: 12 Oct, 2018 08:54 AM
पंजाब सरकार द्वारा 8886 एस.एस.ए. रमसा, माडल और आदर्श स्कूलों के अध्यापकों के वेतन में कटौती करके रैगुलर करने के फैसले के विरुद्ध अध्यापकों का पटियाला शहर में शुरू किया गया मरण व्रत 5वें दिन भी जारी है।
पटियाला(जोसन, बलजिन्द्र) : पंजाब सरकार द्वारा 8886 एस.एस.ए. रमसा, माडल और आदर्श स्कूलों के अध्यापकों के वेतन में कटौती करके रैगुलर करने के फैसले के विरुद्ध अध्यापकों का पटियाला शहर में शुरू किया गया मरण व्रत 5वें दिन भी जारी है।
एक अध्यापिका की हालत बिगड़ गई है, इसके बावजूद मरण व्रत पर बैठे 17 अध्यापकों के हौसले बुलंद हैं और वे ‘करो या मरो’ की नीति के अंतर्गत संघर्ष को और तेज कर रहे हैं। अध्यापकों ने रोष मार्च करके सरकार का पिटस्यापा भी किया। मरण व्रत पर बैठे अध्यापकों में हरजीत जीता, रमेश मक्कड़, रतनजोत शर्मा, सतनाम सिंह, शमिन्द्र सिंह, बचित्तर सिंह, दलजीत सिंह खालसा, जसविन्द्र सिंह, जसवंत सिंह डोहक, प्रभदीप सिंह, बलविन्द्र सिंह और महिला अध्यापिकाएं रजिन्द्र कौर, नमिता लुधियाना, जसप्रीत कौर, प्रदीप सिंह, ऋतु बाला, कुलजीत कौर शामिल थे। मोर्चा नेताओं ने बताया कि 13 अक्तूबर को पंजाब की फैडरेशनों और सार्वजनिक लोकतांत्रिक संगठनों के सहयोग से रैली करके इस संघर्ष को और तेज किया जाएगा।