Edited By Updated: 21 Feb, 2017 12:54 PM
इनैलो की 23 फरवरी को पंजाब में घुसकर एस.वाई.एल. की खुदाई करने की घोषणा...
जालंधर: इनैलो की 23 फरवरी को पंजाब में घुसकर एस.वाई.एल. की खुदाई करने की घोषणा से प्रदेश में हालात बिगड़ सकते हैं। इस बात का अंदेशा खुफिया एजैंसियों ने जताया है। खुफिया एजैंसियों को ऐसा लगता है कि इनैलो की इस घोषणा से कट्टरपंथी फायदा उठा सकते हैं। केंद्रीय खुफिया एजैंसियों ने पंजाब और हरियाणा प्रदेशों की सरकारों को चौकसी बरतने को कहा है।
खुफिया एजैंसियों को ऐसा लगता है कि इनैलो की इस घोषणा से उत्पन्न टकराव की स्थिति का दूरगामी नुक्सान होगा। पिछले कुछ समय से पंजाब में आतंक का खतरा बढ़ा है। चुनाव के दौरान विस्फोट की हुई घटना इसका सबूत है कि पंजाब में अभी आतंकी खतरा टला नहीं है। इससे पहले आर.एस.एस. के प्रांत कार्यवाहक जगदीश गगनेजा की ह्त्या के पीछे भी आतंकी हाथ बताया जाता है। बब्बर खालसा का चीफ वधावा सिंह, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का रणजीत सिंह नीटा इंटरनैशनल सिख यूथ फैडरेशन के लखबीर सिंह रोडे विदेेश में रह कर बड़ी वारदातों की योजना बना रहे हैं।
खुफिया रास्तों द्वारा सुरक्षा प्रबंधों में सेंध लगाने की तैयारी में इनैलो वर्कर
जिला पटियाला का 70 फीसदी इलाका हरियाणा बॉर्डर के साथ लगता है। लिहाजा इनैलो वर्कर गांवों के खुफिया रास्ते (एस्केप रूट) द्वारा पंजाब में दाखिल होकर अपने ऐलान को सफल बनाने की योजना बना चुके हैं। इनैलो वर्करों द्वारा ऐसे रूटों के जरिए पंजाब में दाखिले की योजना बनाई जा है, जहां सुरक्षा के अधिक प्रबंध नहीं हैं। पंजाब में दाखिल होने के रूट्स और सुरक्षा प्रबंधचंडीगढ़ रोड पर लालड़ू वाली सड़क, राजपुरा जी.टी. रोड, अंबाला से घनौर आ रही रोड, देवीगढ़ रोड, चीका रोड ऐसी मुख्य सड़कें हैं, जहां से इनैलो वर्करों की आने की उम्मीद में व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
प्लान-बी-चीका रोड पर पड़ते गांव गग्गड़पुर, गड़ा, कसोली, बोपुर, अरनोली आदि गांव हरियाणा को चीका से आने वाली सड़क द्वारा, पिहोवा रोड से घड़ाम द्वारा, हरियाणा के समालाबाद से पंजाब के गांव अहरू में बड़ी आसानी से दाखिल हुआ जा सकता है। इसी तरह जनसूई हैड, हरियाणा के गांव चोड़मस्तपुर द्वारा पंजाब में दाखिल हुआ जा सकता है। अंबाला से घनौर को होते हुए माड़ू मंजौली द्वारा पंजाब में दाखिल हुआ जा सकता है। हरियाणा के गांव नन्योला से बहरू या पंजाब के पुरी मंडी गांव द्वारा बहुत आसानी से पहुंचा जा सकता है। रिश्तेदारियों का उठाया जाएगा लाभ: पंजाब के गुहला चीमा रोड, देवीगढ़ पिहोवा रोड, बनूड़-अंबाला रोड पर पड़ते सैंकड़ों गांवों में हरियाणा की जबरदस्त भाईचारक सांझ है। 80 फीसदी गांव में हरियाणा से रिश्तेदारियां हैं। जिनकी आढ़ में इनैलो अपने वर्कर भेज सकती है।
पुलिस ले सकती है एक्साइज विभाग की सेवाएं
हरियाणा से शराब की स्मगङ्क्षलग को रोकने के लिए और टैक्स कलैक्शन के लिए एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग ने पटियाला-देवीगढ़ रोड के गांव रोहड़ जगीर के नजदीक व पटियाला चीका रोड पर गांव राम नगर के नजदीक अपने बैरियर बनाए हुए हैं, इन बैरियरों पर तैनात स्टाफ को पुरी जानकारी है कि हरियाणा से व्यापारी किन चोर रास्तों द्वारा अपना माल लेकर आते हैं। समूचे एस्केप रूटों का रास्ता एक्साइज विभाग के पास है, ऐसे में पंजाब पुलिस इन एस्केप रूटों की जानकारी एक्साइज विभाग से ले सकती है।
शंभू बैरियर के पुल पर पक्की दीवार करके रास्ता रोकने की कोशिश:एस.वाई.एल. नहर विवाद को देखते हुए पटियाला पुलिस प्रशासन ने शंभू बैरियर के नजदीक घग्गर के पुराने पुल पर पक्की दीवार बनाकर इनैलो वर्करों का रास्ता रोकने की कोशिश की है। इस पुल पर प्रशासन ने 50 फुट लंबी और 6-6 फुट ऊंची दीवार बनाई है। प्रशासन द्वारा कपूरी समेत हरियाणा के साथ लगते अन्य कई बॉर्डर सील करने का ऐलान पहले ही किया जा चुका है। यहां दीवार बनाकर प्रशासन द्वारा इस पुल द्वारा हरियाणा से आने वाले इनैलों वर्करों को रोकने का प्रयत्न किया जाएगा।
पंजाब व हरियाणा पुलिस ने बढ़ाई चौकसी
हरियाणा के राजनीतिक दल इंडियन नैशनल लोक दल द्वारा सतलुज यमुना ङ्क्षलक नहर (एस.वाई.एल.) के पंजाब वाले हिस्से को खोदने के ऐलान के बाद से गर्माए माहौल को दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर शांत करेगी। इनैलो के पंजाब में घुसकर खुदाई के ऐलान के बाद पंजाब के सिख संगठनों ऑल इंडिया सिख स्टूडैंट्स फैडरेशन और दल खालसा द्वारा इनैलो को मुंहतोड़ जवाब देने का ऐलान किया गया था और स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए दोनों राज्यों के उच्च पुलिस अधिकारियों द्वारा मिलकर विस्तृत योजना बनाई गई है ताकि 23 फरवरी को शांति बनाई रखी जा सके।
पंजाब पुलिस ने हरियाणा के साथ सटे पंजाब के पटियाला व संगरूर के इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है। खासकर पटियाला के गांव कपूरी और अम्बाला के इस्माईलपुर गांव पर अधिकारियों का ध्यान केंद्रित है क्योंकि इनैलो द्वारा अपने वर्करों को इस्माईलपुर में इकट्ठा होने को कहा गया है ताकि पंजाब के नजदीकी गांव कपूरी में जाकर एस.वाई.एल. खोदी जाए जबकि ऑल इंडिया सिख स्टूडैंट्स फैडरेशन व दल खालसा द्वारा अपने सहयोगियों को कपूरी के इलाके में पहुंचने के लिए कहा गया है ताकि हरियाणा की तरफ से होने वाले किसी भी प्रयास का जवाब दिया जा सके।
पंजाब पुलिस द्वारा जहां अपनी फोर्स तैनात करने के साथ-साथ केंद्र सरकार से पैरा-मिलिट्री फोर्स की 20 कम्पनियों की मांग की गई है, वहीं हरियाणा द्वारा भी अपनी रिजर्व फोर्स को तैनात करने पर विचार किया जा रहा है। किसी को कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा। कोई ऐसा काम नहीं करने दिया जाएगा जिससे राज्य के हालात खराब हों। हरियाणा पुलिस के साथ भी तालमेल कर लिया गया है।’’ - सुरेश अरोड़ा, डी.जी.पी. पंजाब
इनैलो चुनाव नतीजों से पहले माहौल खराब करना चाहता है: अमरेन्द्र सिंह
पी.पी.सी.सी. अध्यक्ष कै. अमरेन्द्र सिंह का कहना है कि एस.वाई.एल. पर पंजाबियों का भविष्य निर्भर है। इनैलो ऐसी चेतावनी देकर विधानसभा चुनावों के नतीजों से पहले दोनों प्रदेश के हालात खराब करना चाहता है। अकाली दल को पता है कि चुनावों में उसका सफाया हो चुका है। बादल अब पानी के मुद्दे पर पंजाबियों से कोई धोखा न करे क्योंकि अतीत में वह देवी लाल के साथ मिलकर पंजाब के साथ धोखा कर चुके हैं। इस मामले में चुनाव आयोग को भी नोटिस लेना चाहिए।
एस.वाई.एल. पर जिम्मेदारी से दौड़े दोनों बादल : जाखड़
पूर्व सी.एल.पी. नेता सुनील जाखड़ ने कहा है कि दोनों बादल जिम्मेदारी से दौड़ गए हैं। ऐसे ऐलान को देखते हुए कम से कम उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल को बयान तो देना चाहिए था तथा यह मामला केन्द्र में अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा के सामने उठाना चाहिए था। यह मुद्दा अकालियों की कमजोरी से पैदा हुआ है।
इनैलो और अकाली दल पंजाब की शांति भंग करना चाहते हंै: भगवंत मान
बादल अपने परिवार के साथ अमरीका चले गए हंै और इनैलो लोगों को भड़का कर पंजाब की शांति भंग करना चाहता हंै। इनैलो से अकाली दल के रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में बादल ने भाजपा की जगह हरियाणा में इनैलो का समर्थन किया था। ये दोनों मिले हुए हैं। इनका एकमात्र मकसद पंजाब की शांंति भंग करना है।
अकाली दल अपने स्टैंड पर कायम : डा. चीमा
अकाली दल के सचिव व प्रवक्ता डा. दलजीत सिंह चीमा का कहना है कि अकाली दल नहर के निर्माण को रोकने तथा किसानों की जमीन वापस करने संबंधी विधानसभा में पारित किए गए प्रस्ताव पर आज भी कायम है।
कट्टरपंथी ताकतों को सिर उठाने का मिल सकता है मौका: इकबाल सिंह
सिख मामलों के माहिर व भाजपा उपाध्यक्ष इकबाली सिंह का कहना कि1966 में पंजाब के बंटवारे दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिया गांधी ने पंंजाब से बेइंसाफी की। पंजाब हितों से जुड़े कई मामले अपने पास रख लिए, जिससे 50 सालों से पंजाब और हरियाणा में टकराव की स्थिति पैदा हुई है। इनैलो की यह घोषणा पंजाब को एक बार फिर आतंकावाद के दौर में धकेल सकती है क्योंकि ऐसे गंभीर मसलों से कट्टर ताकतों को सिर उठाने का मौका मिल सकता है।