Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 08:19 AM
सेवा केन्द्रों के अंदर पिछले महीने शुरू की गई ई-स्टांप सुविधा को लेकर आम जनता के बीच बेहद कम रुझान देखने को मिल रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि 19 सितम्बर से लेकर आज तक कुल 38 दिन में टाइप-1 सेवा केन्द्र (पहले सुविधा सैंटर) से कुल 5 लाख...
जालंधर(अमित): सेवा केन्द्रों के अंदर पिछले महीने शुरू की गई ई-स्टांप सुविधा को लेकर आम जनता के बीच बेहद कम रुझान देखने को मिल रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि 19 सितम्बर से लेकर आज तक कुल 38 दिन में टाइप-1 सेवा केन्द्र (पहले सुविधा सैंटर) से कुल 5 लाख 92 हजार 925 रुपए कीमत के 12 ई-स्टांप ही बेचे गए हैं।
सबसे अधिक हैरान करने वाली बात है कि 38 दिन में 12 ई-स्टांप बेचकर टाइप-1 सेवा केन्द्र के हिस्से केवल 120 रुपए ही आए हैं, जिससे बिजली का खर्च भी पूरा करना संभव नहीं है। स्टाफ की सैलरी व अन्य खर्चे पूरा करना तो बहुत दूर की बात है। गौर हो कि प्रदेश की आम जनता को हर प्रकार की सरकारी सेवाएं उनके घरों के नजदीक उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से शुरू किए गए सेवा केन्द्रों में दिन-प्रतिदिन नई-नई सेवाओं की शुरूआत की जा रही है। प्रदेश सरकार की कोशिश है कि आम जनता को लगभग हर प्रकार की सरकारी सुविधा सेवा केन्द्रों से प्राप्त हो सके। इस कड़ी में ई-स्टांप की सुविधा भी सेवा केन्द्रों में शुरू की गई थी ताकि आम जनता के साथ-साथ वसीका नवीसों व अष्टामफरोशों को इसका लाभ प्राप्त हो सके, क्योंकि सब-रजिस्ट्रार बिल्डिंग के ठीक सामने बने टाइप-1 सेवा केन्द्र में उक्त सेवा शुरू करने के पीछे यही सोच थी कि तहसील और रजिस्ट्रेशन दफ्तर के नजदीक होने से आम जनता व अन्यों को इसका फायदा होगा।
क्या है कम आवेदनों का असली कारण?
सेवा केन्द्रों में ई-स्टांप आवेदनों की कम गिनती के पीछे जो असली कारण बताया जा रहा है वह यह कि सेवा केन्द्रों में शुरू की गई ई-स्टांप सुविधा को लेकर सरकार और प्रशासन द्वारा जनता को इसके बारे में सही ढंग से अवगत नहीं करवाया जा सका है, जिसकी वजह से जनता के बीच जानकारी के अभाव और जागरूकता की कमी के कारण लोग सेवा केन्द्र में आकर ई-स्टांप लेने की जगह बैंकों में जाकर ई-स्टांप ले रहे हैं। इतना ही नहीं डी.ए.सी. में बैठने वाले बहुत से वसीका नवीसों का कहना है कि सेवा केन्द्रों में मूलभूत सुविधाओं की काफी कमी है, स्टाफ को फिलहाल इस काम का कोई विशेष तजुर्बा नहींं है और सेवा केन्द्रा में लगभग हर काम को लेकर काफी समय लगता है, जिसकी वजह से वह बैंकों में जाकर ही ई-स्टांप लेने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
सेवा केन्द्र में चंद मिनटों में जारी हो रहा है ई-स्टांप
सेवा केन्द्र में स्वाइप मशीन इंस्टाल की गई है, जिससे आवेदकों को बैंक से पैसे ट्रांसफर करने के झंझट से भी मुक्ति मिलती है और जितनी राशि का ई-स्टांप चाहिए उतनी रकम अपने डैबिट या क्रैडिट कार्ड से स्वाइप करके सीधा ई-स्टांप पेपर खरीदा जा सकता है। इतना ही नहीं 1 लाख रुपए तक कैश जमा करने की सुविधा भी सेवा केन्द्र द्वारा प्रदान की जा रही है, जिससे अगर कोई व्यक्ति जिसके पास डैबिट या क्रैडिट कार्ड नहीं है, वह नकद राशि का भुगतान करके यहां से ई-स्टांप पेपर खरीद सकता है। सेवा केन्द्र में उक्त सुविधा 11 नंबर काऊंटर पर प्रदान की जा रही है और स्टाफ का कहना है कि यहां चंद मिनटों में ही ई-स्टांप पेपर जारी कर दिया जाता है। सेवा केन्द्र में प्रति ई-स्टांप पेपर केवल 10 रुपए अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है।