Edited By Vatika,Updated: 24 May, 2018 04:32 PM
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आज शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को प्रदूषण तथा कृषि मामलों पर खुली बहस करने की चुनौती दी है। आज यहां चुनिंदा पत्रकारों के साथ अनौपचारिक चर्चा करते हुए जाखड़ ने कहा कि ब्यास नदी में...
जालन्धर (धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आज शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को प्रदूषण तथा कृषि मामलों पर खुली बहस करने की चुनौती दी है। आज यहां चुनिंदा पत्रकारों के साथ अनौपचारिक चर्चा करते हुए जाखड़ ने कहा कि ब्यास नदी में प्रदूषित पानी फैंका जाना एक गंभीर मामला है तथा पंजाब सरकार इस मामले में किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को छोड़ेगी नहीं परन्तु वह सुखबीर द्वारा सरकार पर प्रदूषण के मामले पर कोई कार्रवाई न करने के लगाए जा रहे आरोपों का जवाब उन्हें अवश्य देना चाहते हैं।
लंगाह व तोता सिंह के समय बादल चुप क्यों रहे?
कांग्रेस प्रधान ने कहा कि जब अकाली दल का राज्य में शासन था तो सुच्चा सिंह लंगाह के मंत्री रहते हुए कृषि क्षेत्र के लिए केंद्र की डा. मनमोहन सिंह सरकार ने भारी-भरकम गफ्फे दिए थे परन्तु सारा पैसा अन्य कार्यों के लिए खर्च कर दिया गया। इसी तरह से तोता सिंह के मंत्री रहते हुए एक कम्पनी को लाभ पहुंचाया गया जिस कारण 12 लाख एकड़ जमीन पर खड़ी कपास की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। बादल सरकार ने तब जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि अधिकारियों ने यह कह दिया था कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आदेश मिलने के बाद ही संबंधित कम्पनी को ठेका दिया गया था। मात्र 5 करोड़ की कमीशन की खातिर कृषि को भारी नुक्सान पहुंचाया गया।
किसानों के चैम्प्यिन बनना चाहते हैं सुखबीर
अब सुखबीर खरबूजे के खेतों में जाकर फसल को पहुंचे नुक्सान का मामला उठा कर किसानों के चैम्प्यिन बनना चाहते हैं परन्तु अपनी सरकार के समय उन्होंने चुप्पी क्यों धारण की थी। इस मामले पर वह सुखबीर से पटियाला की पंजाबी यूनिवर्सिटी या अमृतसर की गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में खुली बहस के लिए तैयार हैं।जाखड़ ने कहा कि प्रदूषण के मामले में बादल सरकार के समय उन्होंने लुधियाना में बुड्ढा नाला के प्रदूषित पानी का मामला उठाया था परन्तु उस समय सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि सुखबीर अब चड्डा मिल मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सरकार अब फिलहाल जांच कर रही है तथा जांच में दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा।