Edited By Vatika,Updated: 21 May, 2019 02:51 PM
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी कैप्टन के बयान के बाद टिप्पणी करते हुए कहा कि 2022 तक ही नहीं बल्कि 2027 तक कैप्टन अमरेंद्र की मुख्यमंत्री के तौर पर जरूरत है। इसी दौरान पंजाब कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों अनुसार एक दर्जन से अधिक विधायक भी...
चंडीगढ़: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी कैप्टन के बयान के बाद टिप्पणी करते हुए कहा कि 2022 तक ही नहीं बल्कि 2027 तक कैप्टन अमरेंद्र की मुख्यमंत्री के तौर पर जरूरत है। इसी दौरान पंजाब कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों अनुसार एक दर्जन से अधिक विधायक भी अंदरखाते सिद्धू के साथ हैं।
आगामी दिनों में कैप्टन और सिद्धू में टकराव बढ़ा तो वह खुलकर सामने आ सकते हैं। सिद्धू मुख्यमंत्री के बयान संबंधी अभी कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं, परंतु अंदरखाते उनके द्वारा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को मिलने का प्रयास किए जा रहे हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि मौजूदा स्थिति अनुसार कांग्रेस का लोकसभा चुनाव में मिशन 13 सफल होता दिखाई नहीं दे रहा। इस कारण अभी से ही कुछ उम्मीदवारों की होने वाली हार की जिम्मेदारी सिद्धू और कुछ अन्य नेताओं पर डालने का माहौल तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के बयान को भी इसी संदर्भ में देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और ब्रह्म मोहिंद्रा के बाद अब अन्य मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा और भारत भूषण आशू भी सिद्धू पर बरसे हैं। रंधावा गत दिन तीखे शब्दों में सिद्धू के खिलाफ गुस्सा निकालते हुए बादलों की मदद करने का आरोप लगा चुके है। भारत भूषण आशू ने भी कहा कि पार्टी के अनुशासन से कोई ऊपर नहीं और यह तो सबको मानना ही पड़ता है।