Edited By swetha,Updated: 21 Apr, 2020 09:15 AM

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ की केंद्र सरकार से वित्तीय पैकेज की मांग को लेकर सोमवार शाम छह बजे बोले सो निहाल व हर हर महादेव के जयघोष की अपील को खासा समर्थन नहीं मिला। कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई स्थिति से उभरने के लिए पंजाब लगातार विशेष...
चंडीगढ़ः कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ की केंद्र सरकार से वित्तीय पैकेज की मांग को लेकर सोमवार शाम छह बजे बोले सो निहाल व हर हर महादेव के जयघोष की अपील को खासा समर्थन नहीं मिला। कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई स्थिति से उभरने के लिए पंजाब लगातार विशेष पैकेज की मांग कर रहा है। इस मांग को केंद्र तक पहुंचाने के लिए जाखड़ ने कांग्रेस नेताओं व लोगों से अपने घर पर रहकर ही जयघोष का आह्वान किया था।
कांग्रेस के कुछ मंत्री, विधायक व पार्टी कार्यकर्ताओं ने जरूर जयघोष किया, लेकिन न तो पूरी कांग्रेस सरकार और न ही आम लोगों ने इसमें उत्साह दिखाया। सुनील जाखड़ ने दिल्ली में अपने निवास स्थान पर जयघोष किया, जबकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह इसमें हिस्सा लेते हुए नहीं दिखाई दिए। जयघोष में बरसात ने भी खासी बाधा पहुंचाई। सोमवार को चार बजे के बाद शुरू हुई बारिश करीब साढ़े छह बजे तक चलती रही। जाखड़ ने 6 बजे जयघोष करने का आह्वान किया था, जो पांच मिनट तक चलना था। जाखड़ की इस अपील को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनता कर्फ्यू और दीया जलाने की अपील से जोड़कर देखा जा रहा था।
जयघोष दिवस को लेकर जाखड़ ने पंजाब के सभी विधायकों, चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों व जिला प्रधानों से संवाद किया था। हालांकि, जयघोष दिवस से पहले ही कांग्रेस पार्टी व कांग्रेस सरकार के बीच संवादहीनता की स्थिति स्पष्ट दिखाई देने लगी थी। मुख्यमंत्री या पंजाब के कैबिनेट मंत्री ने जयघोष दिवस में शामिल होने को लेकर कोई अपील नहीं की। हालांकि, पार्टी स्तर पर कार्यकर्ताओं ने जमकर जयघोष किया।
जाखड़ की अपील का कुछ मंत्रियों जैसे बलबीर सिंह सिद्धू, साधू सिंह धर्मसोत आदि ने समर्थन दिया, जबकि अमलोह के विधायक रणदीप सिंह, जालंधर से सुशील रिंकू, राजिंदर बेरी, गुरकीरत कोटली, डॉ. धर्मवीर अग्निहोत्री, बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा समेत दो दर्जन से अधिक विधायकों ने जयघोष में हिस्सा लिया।