Edited By Vatika,Updated: 26 Oct, 2018 08:36 AM
आम आदमी पार्टी (आप) में एकजुटता के प्रयास सफल होने में लगातार अड़चनें सामने आने लगी हैं। हालांकि तालमेल कमेटियों की पैचअप बैठक के बाद दोनों तरफ के नेताओं ने सुर नरम रखे थे, लेकिन बाद में मामला पहले से भी ज्यादा उलझ गया लगता है।
चंडीगढ़(रमनजीत): आम आदमी पार्टी (आप) में एकजुटता के प्रयास सफल होने में लगातार अड़चनें सामने आने लगी हैं। हालांकि तालमेल कमेटियों की पैचअप बैठक के बाद दोनों तरफ के नेताओं ने सुर नरम रखे थे, लेकिन बाद में मामला पहले से भी ज्यादा उलझ गया लगता है।
एक तरफ जहां गत दिन सुखपाल खैहरा और कंवर संधू ग्रुप ने प्रैस कॉन्फ्रैंस कर हाईकमान समर्थक धड़े पर दोगली नीति अपनाने का आरोप लगाया था और 1 नवम्बर तक का अल्टीमेटम भी दिया था, वहीं वीरवार को पार्टी समर्थक धड़े की तालमेल कमेटी चेयरपर्सन सरबजीत कौर माणुके की साथी विधायक संधू को लिखी चिट्ठी सोशल मीडिया में घूम गई। इसके जरिए माणुके ने जहां खैहरा धड़े पर पार्टी बैठक में तय बातों पर न कायम रहने का आरोप लगाया, साथ ही खैहरा की ओर से बैठक के कुछ ही समय बाद अपलोड वीडियो पर भी एतराज जताया। यही नहीं, इशारों-इशारों में जाहिर कर दिया कि खैहरा ग्रुप द्वारा एकजुटता के लिए राजनीतिक कद मुताबिक प्रधान और एन.आर.आई. विंग के प्रधान का पद खैहरा धड़े के ‘समर्थावान’ नेता को सौंपने की शर्त भी रखी गई है।
चिट्ठी में विधायक माणुके ने संधू को संबोधित करते हुए लिखा कि मीटिंग में पार्टी के भूतकाल, भविष्य व वर्तमान पर बातें हुईं और कई पर सहमति व कई पर असहमति बनी। दोनों गुटों ने तय किया था कि आगे से पार्टी की कोई भी मीटिंग होगी तो बंद कमरे में होगी और कोई भी मैंबर बातों को मीडिया या सोशल मीडिया पर नहीं ले जाएगा। कोई आपत्ति होगी तो पार्टी परिवार में ही बैठ निपटाया जाएगा, क्योंकि अब तक की नाराजगी का सबसे बड़ा कारण यही माना जा रहा था कि जो भी बातचीत दोनों तरफ से हुई वह सोशल मीडिया या मीडिया के जरिए ही हुई। माणुके ने लिखा है कि पहली बैठक बड़े खुशगवार माहौल में हुई थी लेकिन अब होने वाली बैठक से पहले कंवर संधू यह सुनिश्चित करें और खैहरा से वायदा लेकर आएं कि वह (कंवर संधू) जो फैसला लेंगे, खैहरा उसका उल्लंघन नहीं करेंगे।