Edited By Mohit,Updated: 12 Nov, 2020 07:40 PM
पंजाब के सहकारिता मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने गुरदासपुर के सांसद सन्नी देओल द्वारा किसान आंदोलन.........
चंडीगढ़ः पंजाब के सहकारिता मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने गुरदासपुर के सांसद सन्नी देओल द्वारा किसान आंदोलन के बारे में की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा है कि गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद को ‘रील' (फिल्मी) जिंदगी से निकल कर ‘रीयल' (असली) जि़ंदगी में जीने की नसीहत दी।
रंधावा ने आज यहां जारी बयान में कहा कि सन्नी देओल अपना ‘ढाई किलो का हाथ' किसानों के हक में उठाएं। अपने आप को किसान पुत्र कहलाने वाले अदाकार से सांसद बने सन्नी देओल कृषि विरोधी कानूनों के अमल में आने और किसानों द्वारा किए जा रहे संघर्ष के पांच महीने बीत जाने के बाद जागे हैं परन्तु अब भी किसानों के हक में बोलने की बजाय केंद्र सरकार की बोली बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सन्नी देओल ने लोगों ख़ासकर किसानों/मजदूरों/आढ़तियों की पीठ में छुरा घोंपा है जिन्होंने उन्हें जिताया। यह बात हर कोई जानता है कि किसानों द्वारा किया जा रहा संघर्ष केंद्र के कृषि कानूनों के खि़लाफ़ है लेकिन सन्नी देओल ने अपने राजसी आकाओं को खुश करने के लिए इस संघर्ष के लिए राज्य सरकार को जि़म्मेदार ठहरा कर सिद्ध कर दिया है कि वह लिखे-लिखाए डायलॉग बोलने में ही माहिर है।
उनके अनुसार मतदान समय के पर अपने को किसान का पुत्र होने का दावा करने वाले सन्नी देओल को पंजाब के किसानों के हक में खड़ा होना चाहिए था। पांच महीनों बाद अब वह किसानों को सलाह दे रहे हैं। जरूरत के समय पर वह गुरदासपुर छोड़कर मुम्बई जा बैठे।