Edited By swetha,Updated: 30 Sep, 2018 02:06 PM
टकसाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा की तरफ से अकाली दल के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद अकाली दल में भूचाल आ गया है। चाहे उनके पुत्र परमिंद्र सिंह ढींडसा यह कह रहे हैं कि स्वास्थ्य कारणों के चलते उनके पिता ने इस्तीफा दिया है।
जालंधर: टकसाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा की तरफ से अकाली दल के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद अकाली दल में भूचाल आ गया है। चाहे उनके पुत्र परमिंद्र सिंह ढींडसा यह कह रहे हैं कि स्वास्थ्य कारणों के चलते उनके पिता ने इस्तीफा दिया है।
पर चर्चा यह भी है कि ढींडसा की तरफ से यह इस्तीफा 2019 के लोकसभा मतदान में अपनी बहू को एम.पी. की टिकट न दिए जाने के रोष के तौर पर दिया गया है। सूत्रों मुताबिक सुखदेव सिंह ढींडसा अपनी बहू और परमिंद्र सिंह ढींडसा की पत्नी गगन ढींडसा को 2019 के लोकसभा मतदान में संगरूर से चुनाव मैदान में उतारना चाहते थे, परन्तु शिअद प्रधान सुखबीर बादल की तरफ से मना कर दिया गया था।
वह श्री आनन्दपुर साहिब से अकाली दल के एम.पी. प्रेम सिंह चन्दूमाजरा या फिर किसी मशहूर पंजाबी फिल्मी सितारे को संगरूर से चुनाव मैदान में उतारना चाहते थे। इसी गहमा-गहमी के चलते ढींडसा की तरफ से सुखबीर का विरोध भी किया जा रहा था। इसी के चलते बादलों पर दबाव बनाने के लिए सुखदेव सिंह ढींडसा ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दिया है। ढींडसा के इस्तीफे के बाद अकाली दल पर दबाव बन गया है। इसके चलते अकाली दल या तो ढींडसा परिवार की बहू गगन ढींडसा को टिकट देगा या फिर परमिंद्र ढींडसा को ही संगरूर से लोकसभा सीट पर उतारेगा।