Edited By Sonia Goswami,Updated: 21 May, 2018 08:42 AM
भगत सिंह तथा उनके साथियों को शहीद का दर्जा दिलवाने की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे जबर विरोधी संघर्ष कमेटी के प्रधान जसवंत सिंह की मांग का समर्थन करने के लिए आज पंजाब पार्टी के प्रधान सुच्चा सिंह छोटेपुर रोष धरने में पहुंचे।
नवांशहर (त्रिपाठी): भगत सिंह तथा उनके साथियों को शहीद का दर्जा दिलवाने की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे जबर विरोधी संघर्ष कमेटी के प्रधान जसवंत सिंह की मांग का समर्थन करने के लिए आज पंजाब पार्टी के प्रधान सुच्चा सिंह छोटेपुर रोष धरने में पहुंचे।
श्री छोटेपुर ने कहा कि जिन शहीदों ने भारत की स्वतंत्रा के सपने देखते हुए स्वयं को फांसी के फंदों पर लटका दिया, आज उन शहीदों को सरकारी तौर पर शहीद का दर्जा हासिल करवाने के लिए लोगों को सड़कों पर यदि उतरना पड़ रहा है तो यह समय-समय की सरकारों की शहीदों प्रति मानसिकता को उजागर करता है। इस अवसर पर जसवंत सिंह भारटा ने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले जो पार्टी मोहाली एयरपोर्ट का नाम भगत सिंह के नाम पर रखने के लिए पंजाब की अकाली-भाजपा की सरकार पर हमले करते हुए थकती नहीं थी, का आज यह कहना है कि सरदार भगत सिंह, राजगुरु तथा सुखदेव को शहीद का दर्जा देना प्रदेश नहीं बल्कि केन्द्र सरकार का अधिकार क्षेत्र है।
उन्होंने कहा कि वोटों की राजनीति करने वाले राजनीतिक दलों के ढर्रे पर चल कर पंजाब की कांग्रेस सरकार इस मांग को मनवाने के लिए केन्द्र से पहुंच करने के अपने कत्र्तव्य से वंचित नहीं रह सकती है। जब तक शहीदों को सरकारी शहीद का दर्जा तथा शहीदी दिवस पर अवकाश घोषित नहीं होता उनका रोष धरना इसी तरह से जारी रहेगा। इस अवसर पर जसवंत भारटा ने पंजाब पार्टी प्रधान को मांगों संबंधी मांग पत्र भी सौंपा।