Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 08:31 AM
शुक्रवार को संतोखपुरा नीवीं आबादी मकान नंबर-129 में विवाहिता सुभागिनी की आत्महत्या के मामले ने उस समय नया मोड़ ले लिया, जब उत्तर प्रदेश से जालंधर पहुंचे उसके पिता ने थाना-3 की पुलिस को बताया कि उसकी बेटी ने अपने पति, सास व देवर से दुखी होकर...
जालंधर (शौरी): शुक्रवार को संतोखपुरा नीवीं आबादी मकान नंबर-129 में विवाहिता सुभागिनी की आत्महत्या के मामले ने उस समय नया मोड़ ले लिया, जब उत्तर प्रदेश से जालंधर पहुंचे उसके पिता ने थाना-3 की पुलिस को बताया कि उसकी बेटी ने अपने पति, सास व देवर से दुखी होकर आत्महत्या की है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत मृतका के पति महेश गुप्ता, सास गीता गुप्ता व देवर आनंद गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। मृतका सुभागिनी के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद पुलिस ने शव उसके पिता के हवाले कर दिया है।
गौर हो कि मृतका के पति महेश का दावा था उसकी पत्नी बीमारी से आहत थी, इस कारण उसने सुसाइड की है। वहीं थाना-3 के एस.एच.ओ. विजय कंवर पाल का कहना है कि पुलिस ने मृतका के पति को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सास व देवर घर से फरार हैं, उनकी तलाश में छापेमारी जारी है।
सवा साल की परी रहेगी नानके घर
मृतका के भाई प्रवीन से बातचीत के दौरान उसने बताया कि सुभागिनी और महेश की पहली मुलाकात उत्तर प्रदेश एक प्रोग्राम में हुई थी। महेश के घरवालों ने रिश्ता करने के लिए उनसे कहा और दोनों की शादी कर दी गई, पर उन्हें नहीं पता था कि वे बहन को मौत के मुंह में भेज रहे हैं। दहेज लोभियों ने उसकी बहन की जिंदगी ही निगल ली। अपनी बहन का अंतिम संस्कार उन्होंने किशनपुरा श्मशानघाट में कर दिया है और बहन की सवा साल की बेटी परी को वह अपने साथ उत्तर प्रदेश ले जाएंगे।
बेटे को भेजा था जालंधर पैसे लेकर : कृष्णा गुप्ता
पुलिस को दिए बयानों में मृतका सुभागिनी के पिता कृष्णा गुप्ता पुत्र प्रीतलाल गुप्ता निवासी उत्तर प्रदेश ने बताया कि उसकी 3 बेटियां और एक बेटा है। बेटी सुभागिनी की शादी 2 साल पहले जालंधर के रहने वाले महेश के साथ हुई थी। शादी के कुछ समय बाद सुभागिनी की कोख से बेटी पैदा हुई, धीरे-धीरे उसके ससुराल पक्ष के लोग लालची होते रहे और दहेज की मांग को लेकर सुभागिनी को परेशान किया जाने लगा। इतना ही नहीं उन्होंने अपने बेटे प्रवीन को उत्तर प्रदेश से जालंधर महेश के घर पैसे देकर भेजा ताकि जरूरत का सामान वह खरीद कर ससुराल पक्ष के लोगों को दे।
इसके कुछ माह बाद उसे बेटी ने फोन कर बताया कि उसका पति, सास व देवर 2 लाख की मांग कर उसे मारपीट कर दोबारा परेशान कर रहे हैं। पीड़ित कृष्णा गुप्ता ने बताया कि उसके पास पैसे नहीं थे तो बेटी को प्रताडि़त करने का सिलसिला जारी रहा। इसी कारण उसकी बेटी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।