Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Apr, 2018 09:24 AM
लुधियाना से 16 किलोमीटर दूर स्थित गांव घव्वदी की रहने वाली छात्रा हरजोत कौर को क्या पता था कि जिस रिजल्ट में फिर से फस्र्ट आने के लिए वह पूरा वर्ष दिन-रात मेहनत करती रही उसकी खुशी मनाने के लिए तो क्या उसे देखने के लिए भी वह जीवित नहीं रहेगी।
घव्वदी (लुधियाना) (विक्की): लुधियाना से 16 किलोमीटर दूर स्थित गांव घव्वदी की रहने वाली छात्रा हरजोत कौर को क्या पता था कि जिस रिजल्ट में फिर से फस्र्ट आने के लिए वह पूरा वर्ष दिन-रात मेहनत करती रही उसकी खुशी मनाने के लिए तो क्या उसे देखने के लिए भी वह जीवित नहीं रहेगी। सरकारी सी.सै. स्कूल घव्वदी की इस 18 वर्षीय छात्रा का 23 अप्रैल को अचानक हार्ट अटैक आने से निधन हो गया। यहां बता दें कि इसी दिन ही पी.एस.ई.बी. ने अपना 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम शाम के समय में घोषित किया था।
पढऩे में शुरू से ही होनहार हरजोत को रिजल्ट वाले दिन अपने अंक देखने का इतना चाव था कि उसने कई बार पी.एस.ई.बी. की वैबसाइट पर सर्च करके परिणाम जानने की कोशिश की लेकिन तकनीकी अड़चन के कारण उसे दोपहर के चरण में रिजल्ट पता नहीं चल पाया। लेकिन जब शाम को वैबसाइट पर परिणाम घोषित हुआ तो उसे देखने के लिए तब तक हरजोत जीवित नहीं रही थी। मात्र कुछ घंटे में ही छात्रा के निधन की खबर से पारिवारिक सदस्यों के साथ गांव के लोगों के अलावा स्कूल स्टाफ भी सदमे में है। अहम बात तो यह है कि हरजोत इस परीक्षा परिणाम में 86.44 प्रतिशत अंकों के साथ एक बार फिर से स्कूल में पहले स्थान पर रही लेकिन उसके निधन से स्कूल के 12वीं के शानदार परिणाम की खुशी को ग्रहण लग गया है।