Edited By Vaneet,Updated: 19 Apr, 2018 09:46 PM
विजीलैंस टीम ने सिविल सर्जन तरनतारन के स्टैनोग्राफर को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ काबू ......
तरनतारन(रमन) : विजीलैंस टीम ने सिविल सर्जन तरनतारन के स्टैनोग्राफर को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ काबू किया है। विजीलैंस टीम की ओर से आरोपी को उसके दफ्तर से गिरफ्तार करके मामला दर्ज कर लिया गया है।
डी.एस.पी. विजीलैंस कंवलदीप कौर ने बताया कि उनको निरंजन सिंह पुत्र गुलजार सिंह निवासी गांव चाहल ने शिकायत दी थी कि पिछले कुछ समय पहले उसके सिर पर चोटें लगने संबंधी एक मामला थाना सराए अमानत खां में दर्ज था। निरंजन सिंह ने शिकायत में बताया कि उसके द्वारा आरोपियों के खिलाफ थाना सराए अमानत खां में धारा 326 के तहत मामला दर्ज करवाया गया था, जिससे वह सहमत नहीं था क्योंकि सिर में चोटें ज्यादा होने कारण धारा 307 लगनी चाहिए थी। इस संबंध में निरंजन सिंह ने डिप्टी कमिश्नर प्रदीप कुमार सभ्रवाल को लिखित पत्र देकर धारा में वृद्धि करने लिए कहा।
डिप्टी कमिश्नर ने इस शिकायत को सिविल सर्जन डा. शमशेर सिंह के पास भेजते हुए इसकी जांच करने लिए कहा। सिविल सर्जन द्वारा इस संबंध में जांच करने लिए डा. स्वर्णजीत धवन को आदेश दिए, लेकिन स्टैनोग्राफर-टू-सिविल सर्जन हरसिमरत सिंह खैहरा ने शिकायत अपने पास रखते मुद्दई निरंजन सिंह से धारा में वृद्धि करने लिए 45 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। आज निरंजन सिंह की ओर से 10 हजार रुपए रिश्वत पेशगी के रूप में स्टैनोग्राफर हरसिमरत सिंह खैहरा को कार्यालय सिविल सर्जन तरनतारन में देते समय विजीलैंस की अगुवाई कर रहे इंस्पैक्टर गुरजिन्द्र सिंह ढिल्लों ने काबू कर लिया। डी.एस.पी. कवलदीप कौर ने बताया कि आरोपी हरसिमरत सिंह को काबू करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस संबंध में हरसिमरत सिंह खैहरा ने खुद को बेकसूर साबित करते हुए कहा कि उसे किसी साजिश के तहत फंसाया जा रहा है और वह निर्दोष है।