Edited By Vaneet,Updated: 22 Feb, 2019 08:52 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से आग्रह किया है कि वे अब नौटंकी करना बंद करें क्योंकि रंजीत ...
चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से आग्रह किया है कि वे अब नौटंकी करना बंद करें क्योंकि रंजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट की पृष्टभूमि में बादल अपने आप को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं।
कैप्टन सिंह ने आज यहां कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है इसलिए उन्हें शोर नहीं मचाना चाहिए। जब व्यक्ति की करनी का फल सामने आता है तो हलचल में आ जाता है और अपनी आदत के अनुसार ऐसे ढकोसले रचता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बहिबल कलां और कोटकपूरा गोलीकांड और गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बारे में कभी बादल या किसी अन्य का नाम नहीं लिया और उनको बादल के बयान से हैरानी हुई है कि बादल की यह प्रतिक्रिया उनके गुनाहगार अक्स को प्रगट करती है।
उन्होंने कहा कि ऐसे शर्मनाक और घटिया हथकंडे इस्तेमाल करना अकालियों का काम है लेकिन कांग्रेस ऐसे कामों में विश्वास नहीं रखती। उन्होंने अपने रूख को दोहराते हुए कहा कि वह राजनीतिक बदलाखोरी की राह पर नहीं चलेंगे और कानून अपना काम करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोलीकांड की जांच के लिए विशेष जांच टीम के गठन का फैसला पिछले साल विधानसभा में लिया गया था। यह टीम पूरी तरह स्वतंत्र एजेंसी है जिसमें सरकार की दखलअंदाजी नहीं है। पूछताछ के लिए किस को बुलाना और किस को गिरफ्तार करना है, यह एस.आई.टी. का अधिकार क्षेत्र है।
उन्होंने कहा कि यह जांच एजेंसी सरकार की कठपुतली के तौर पर काम नहीं करती जैसे कि बादलों के शासनकाल में होता था। कैप्टन सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि गोलीबारी की घटनाओं में मारे गए बेकसूर लोगों के दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हो। यदि बादल इसे अपने लिए खतरे के तौर पर देखते हैं तो इसका यही मतलब है कि वह एस.आई.टी. की जांच से निकलने वाले नतीजों से डरते है।