Edited By Vaneet,Updated: 16 Apr, 2018 10:41 PM
फगवाड़ा शहर में बीते दिनों दलित संगठन और शिवसेना में पैदा हुए विवाद के बाद पंजाब सरकार ने अ...
फगवाड़ा (मुकेश): फगवाड़ा शहर में पनपे विवाद उपरान्त पंजाब सरकार ने यहां अफवाहों को फैलने से रोकने हेतु इंटरनैट पर रोक लगाने का जो निर्णय लिया है, बेशक उससे गलत निराधार अफवाहों को रोकने में सफलता तो मिली परन्तु कई आवश्यक कार्य जो इंटरनैट के जरिए लोग घरों व कार्यालयों में बैठे करते हैं, सब थम से गए और आम लोगों सहित व्यापारियों लेखाकारों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यूनाइटेड अकाऊंटैंट एसोसिएशन अध्यक्ष दीपक पाठक एवं महासचिव मदन मोहन खट्टर का कहना है कि जो उद्यमी अपने जरूरी काम मोबाइल की इंटरनैट सुविधा से करते थे, वे लगभग ठप्प हो कर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास इंटरनैट सेवा (वाई-फाई) उपलब्ध है, वे ही जरूरी कार्य कर पा रहे हैं।
स्मरण रहे कि आज के दौर में मोबाइल में उपलब्ध इंटरनैट सेवा के माध्यम से लोग रेलगाडिय़ों के आने-जाने संबंधी जानकारी लेते हैं उन्हें बेहद परेशानी इंटरनैट सेवा बंद होने से हो रही है। डा. यश चोपड़ा का कहना है कि तेजी से बदले दौर में इंटरनैट सेवा जीवन का जरूरी अंग बन चुका है और लोग अब अपने विचारों का आदान-प्रदान फेसबुक व व्हाट्स एप के जरिए करते है। इंटरनैट सेवा के बंद होने से लोगों की आजादी को विराम लग गया है। विशेषकर ऐसा करने से से अफवाहें तो काफी हद तक थमीं मगर जिंदगी की रफ्तार में कमी आई है।
यूं तो आज रविवार होने के कारण जो लोग मोबाइल पर अपना समय इंटरनैट इस्तेमाल करते हैं वे भी आज मन ही मन काफी दुखी तो हुए वहीं उनकी सोच यह थी कि सरकार द्वारा इंटरनैट बंद होने का कार्य काफी सराहनीय है क्योंकि कुछ लोग अब हालात बिगाडऩे के तहत कई ऐसी चीजे चंद मिनटों में भेज देते हैं जिससे सरकारी और गैर-सरकारी पॉपर्टी को तक का नुक्सान होने का अंदेशा बन जाता है। कुछ विद्याॢथयों ने कहा कि उन्हें मोबाइल में नैट का प्रयोग कर गूगल से कई ज्ञानवर्धक जानकारियां हासिल होती हैं। इंटरनैट सेवा बंद होने पर जानकारियां मिलनी अब बंद हो गई हैं जिससे उन्हें काफी कठिनाई से दो चार होना पड़ रहा है।