Edited By Vatika,Updated: 23 Apr, 2019 09:26 AM
जिले के गांव मूसा के जंमपल सिद्धू मूसेवाला द्वारा गाए गीत ‘जित्थे बंदा मार के कसूर पूछदे जट उस पिंड नूं बिलोंग करदा’ के लिए मातृभाषा पंजाबी को बचाने की लहर चलाने वाले पंडित राव धरेनवर ने डायरैक्टर ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग चंडीगढ़ को पत्र लिखकर...
मानसा(मित्तल): जिले के गांव मूसा के जंमपल सिद्धू मूसेवाला द्वारा गाए गीत ‘जित्थे बंदा मार के कसूर पूछदे जट उस पिंड नूं बिलोंग करदा’ के लिए मातृभाषा पंजाबी को बचाने की लहर चलाने वाले पंडित राव धरेनवर ने डायरैक्टर ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग चंडीगढ़ को पत्र लिखकर सिद्धू मूसेवाला की माता और गांव मूसा की मौजूदा सरपंच चरण कौर से इस संबंधी जवाब मांगा था कि ऐसे गीत गाकर उनका बेटा समाज को क्या सीख दे रहा है?
उन्होंने सरपंच बनने के बाद क्या अपने बेटे को ऐसे गीत गाने से रोका और समाज को अच्छी सीख देने के क्या उपराले किए?डायरैक्टर ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग पंजाब के हुक्मों पर इस संबंधी बी.डी.पी.ओ. दफ्तर मानसा को लिखित-पत्र द्वारा संबंधित व्यक्तियों को बुलाकर इसकी जांच करवाने के लिए लिखा था।
इस मामले संबंधी बी.डी.पी.ओ. दफ्तर द्वारा आज उक्त लोगों को बुलाकर इसकी पड़ताल की तो सिद्धू मूसेवाला की माता व सरपंच मूसा चरण कौर ने स्पष्टीकरण देते कहा कि उक्त गाना मेरे बेटे द्वारा मेरे सरपंच बनने से करीब 2 साल पहले गाया था। सरपंच बनने के बाद मैं उसे भड़काऊ गाने न गाने की नसीहत दे रही हूं और भविष्य में भी वह ऐसे गाने नहीं गाएगा।