Edited By Vatika,Updated: 30 Sep, 2020 09:15 AM
पंजाब कांग्रेस प्रभारी बनने के बाद से नवजोत सिद्धू की सक्रिय राजनीति में वापसी की वकालत कर रहे हरीश रावत की पहली विजिट से दूरी बनाकर सिद्धू ने फिलहाल अलग सियासी राह पर चलने के संकेत दिए हैं।
लुधियाना(हितेश): पंजाब कांग्रेस प्रभारी बनने के बाद से नवजोत सिद्धू की सक्रिय राजनीति में वापसी की वकालत कर रहे हरीश रावत की पहली विजिट से दूरी बनाकर सिद्धू ने फिलहाल अलग सियासी राह पर चलने के संकेत दिए हैं। यहां बताना उचित होगा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ विवाद के चलते मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पंजाब कांग्रेस की राजनीति में सिद्धू हाशिए पर चल रहे हैं।
हालांकि सोशल मीडिया पर दिखाए गए तेवरों से सिद्धू द्वारा आने वाले समय में कांग्रेस को अलविदा कहने के संकेत मिले हैं लेकिन इसे लेकर सिद्धू ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। इसी बीच कांग्रेस के पुनर्गठन के दौरान सिद्धू को कोई जगह नहीं मिली तो उनके भाजपा या आम आदमी पार्टी के साथ जाने की अटकलों ने फिर जोर पकड़ लिया। अब भले ही अकाली दल द्वारा भाजपा का साथ छोडऩे के बाद सिद्धू की शर्त पूरी हो गई है, लेकिन कृषि बिल के विरोध में पैदा हुए माहौल के मद्देनजर शायद वो भाजपा में जाने का जोखिम नहीं उठाएंगे।