Edited By swetha,Updated: 29 Nov, 2018 08:45 AM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान प्रेम पर हमला करते हुए कहा कि सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है। इस मामले में कांग्रेस...
अमृतसर(स.ह./महेंद्र): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान प्रेम पर हमला करते हुए कहा कि सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है। इस मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुप्पी साध रखी है।
कैप्टन ने न्यौता ठुकार कर पाक को दिखाई औकात
उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का इतना पाक प्रेम चापलूसी की सारी हदों को पार कर गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने तो स्पष्ट तौर पर पाकिस्तान के भेजे हुए न्यौते को ठुकराकर पाक को उनकी औकात दिखाई है। मलिक ने सवाल उठाते हुए कहा कि इस मुद्दे पर राहुल गांधी भी कुछ नहीं बोल रहे हैं। क्या राहुल गांधी अपने ही मुख्यमंत्री से सहमत नहीं हैं? क्या वह सिद्धू को पाकिस्तान जाने के लिए क्लीन चिट दे रहे हैं। सिद्धू खाते तो भारत का हैं और गुणगान पाकिस्तान का करते हैं। सिद्धू पहले तो यह स्पष्ट करें कि वह भारत का नागरिक रहना चाहते हैं या पाकिस्तान का नागरिक बनना चाहते हैं।
पाक प्रधानमंत्री की कथनी और करनी मे फर्क
मलिक ने कहा कि जहां देश के अस्तित्व का सवाल आता है तो सभी राजनीतिक पार्टियां आतंकवादियों के पनाहगार पाकिस्तान के खिलाफ इकट्ठी हो जाती हैं, पर सिद्धू अकेले ही ऐसे व्यक्ति हैं जो पाकिस्तान की प्रशंसा कर रहे हैं। आज भारत में होने वाली सभी आतंकी वारदातों के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. का हाथ है। इसलिए भारत सरकार की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह ऐलान किया है कि आतंकवाद और मित्रता कभी साथ-साथ नहीं चल सकती है। पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान की करनी और कथनी में फर्क है। सेना के आगे उनकी एक भी नहीं चलती है।
कांग्रेस में गुटबाजी हावी
मलिक ने कहा कि कैप्टन ने सिद्धू को पाकिस्तान जाने से रोका था, लेकिन उन्होंने पार्टी नेतृत्व की भी परवाह नहीं की। ऐसे में पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी हावी है और मंत्री मनमानी कर रहे हैं। एक पाक को लताड़ रहा है और दूसरा उसे गले लगा रहा है। उन्होंने केन्द्र सरकार से सिद्धू के पाकिस्तान के साथ संबंधों की जांच की मांग की क्योंकि देश की अखंडता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।