Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jul, 2018 08:27 AM
पंजाब भाजपा अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक ने पंजाब में बढ़ रहे नशीले आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप कर इस पर नकेल कसने की मांग की। राज्यसभा में मलिक ने कहा कि पंजाब में बड़ी संख्या में बच्चे-बच्चियां नशे की वजह से मर...
चंडीगढ़/अमृतसर(शर्मा/कमल): पंजाब भाजपा अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक ने पंजाब में बढ़ रहे नशीले आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप कर इस पर नकेल कसने की मांग की। राज्यसभा में मलिक ने कहा कि पंजाब में बड़ी संख्या में बच्चे-बच्चियां नशे की वजह से मर रहे हैं, क्योंकि नशा पूरे प्रदेश में आसानी से खुलेआम बिक रहा है। सरकार मामले के प्रति उदासीन है, सुरक्षा एजैंसियां सोई पड़ी हैं।
मलिक ने कहा कि मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह नशे के शिकार युवकों की मां-बहनों का विलाप नहीं सुन पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कब तक माताएं-बहनें रोती रहेंगी और कैप्टन साहब तमाशा देखते रहेंगे। मलिक ने कहा कि पंजाब में सरकार की नशे को रोकने की विफलता के चलते गांवों में माताएं और बहनें रातों को पहरा दे रही हैं ताकि बच्चों को नशे के सौदागरों से बचाया जा सके। मलिक ने कहा कि कै. अमरेंद्र सिंह ने श्री दमदमा साहिब को साक्षी मानकर श्री गुटका साहिब पर हाथ रखकर कसम खाई थी कि पंजाब से 4 हफ्तों में नशा खत्म कर देंगे, लेकिन नशे के धंधे को संरक्षण देकर नौकरी की जगह घर-घर नशा पहुंचा दिया।
मलिक ने कहा कि पंजाब की जवानी को लगभग दबोच चुके नशे के खिलाफ तरनतारन के रिटायर फौजी ने आवाज उठाई तो ड्रग्स माफिया के गुंडों ने उस बुजुर्ग पर हमला करके बुरी तरह से घायल कर दिया। मलिक ने सभापति के सामने केंद्र सरकार से मांग की कि पंजाब को इस गंभीर स्थिति से बाहर निकालने के लिए हस्तक्षेप कर कोई ऐसी कार्रवाई करे जिससे पंजाब की खुशहाली पुन: बहाल हो सके।