Edited By Vatika,Updated: 29 May, 2018 09:24 AM
आम आदमी पार्टी ने शाहकोट उपचुनावों में बेशक कई बड़े बयान दिए हों पर जमीनी हकीकत में पार्टी चुनाव प्रचार में तो फिसड्डी रही ही बल्कि आज चुनाव के दिन पार्टी द्वारा बूथ लगाने में भी हाथ पीछे खींचा दिखाई दिया। पार्टी की ओर से चुनावी बूथ लगाए ही नहीं गए,...
जालंधर(बुलंद): आम आदमी पार्टी ने शाहकोट उपचुनावों में बेशक कई बड़े बयान दिए हों पर जमीनी हकीकत में पार्टी चुनाव प्रचार में तो फिसड्डी रही ही बल्कि आज चुनाव के दिन पार्टी द्वारा बूथ लगाने में भी हाथ पीछे खींचा दिखाई दिया। पार्टी की ओर से चुनावी बूथ लगाए ही नहीं गए, जिस कारण मतदान केंद्रों के आसपास कांग्रेस और अकाली दल का ही जोश देखने को मिला।
जानकारों की मानें तो पार्टी के बड़े नेता भगवंत मान, सुखपाल खैहरा व अमन अरोड़ा सारे चुनाव प्रचार में सरगर्म नहीं दिखाई दिए। पार्टी के उम्मीदवार के साथ या तो उसके रिश्तेदार या फिर पार्टी के वालंटियर ही चलते दिखाई दिए जो असल में आप पार्टी के वफादार हैं। इतना ही नहीं जहां एक ओर कांग्रेस की ओर से खुद सी.एम. कै. अमरेंद्र सिंह व अकाली दल की ओर से सुखबीर बादल ने शाहकोट में डेरा डाले रखा वहीं ‘आप’ के बड़े नेता एकाध बार ही शाहकोट प्रचार के लिए गए होंगे। पार्टी प्रधान भगवंत मान तो सारे चुनाव प्रचार से गायब ही रहे तथा पार्टी द्वारा मान के छुट्टी मनाने की बात कही जाती रही।
ऐसे में अगर शाहकोट के चुनावी जानकारों की मानें तो ‘आप’ के उम्मीदवार के लिए अपनी जमानत बचाना मुश्किल होगा। वर्णनीय है कि गत वि.स. चुनावों में ‘आप’ के उम्मीदवार ने शाहकोट से 40 हजार के करीब वोट बटोरे थे जो इस बार काफी कम होने की संभावना बनी हुई है। वहीं शाहकोट में चुनावी बूथ न लगाए जाने के कारणों बारे पूछने पर पार्टी के मीडिया सचिव आत्म प्रकाश सिंह ने कहा कि पार्टी ने अपने वर्कर चुनावी केंद्रों में बिठाए थे। बूथ इसलिए नहीं लगाए क्योंकि चुनावी पाॢटयां तो लोगों को पहले ही मिल चुकी थीं।